AKTU ने कॉलेजों से मांगे छात्रों के अंक, न भेजने पर रुक जायेगा रिजल्ट
लखनऊ।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से यह अनुरोध किया है कि वे अपने यहां के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से कराये व प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत करे। जिस पर उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश जारी होने के बाद एकेटीयू ने बी.टेक समेत अन्य कोर्स के प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नति देने के लिए उनका परिणाम तैयार कराना शुरू कर दिया है। एकेटीयू प्रशासन के मुताबिक जिन संस्थानों ने अभी तक अपने छात्रों के आंतरिक अंक नहीं भेजे हैं, उनका परीक्षा परिणाम रोक दिया जाएगा। साथ ही कॉलेजों को नोटिस जारी कर जल्दी अंक भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि 31 जुलाई तक परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सकें। वहीं मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में भी जल्द परीक्षा परिणाम जारी करने की कवायद चल रही है।
वहीं इस मामले पर परीक्षा विभाग के मुताबिक एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थानों के तृतीय वर्ष तक के डेढ़ लाख छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा। छात्रों का परीक्षा परिणाम उनके आंतरिक अंक और पूर्व में पास प्रतिशत के आधार पर तैयार किया जाना है। जिससे छात्रों को जल्द से जल्द प्रोन्नत कर परिणाम घोषित किये जाने में मदद मिलेगी।
कॉलेजों ने अंक अभी तक नहीं भेजे –
बताते चलें की 100 से अधिक कॉलेजों ने अभी तक छात्रों के अंक नहीं भेजे हैं। परीक्षा विभाग का कहना है कि जिन छात्रों के आंतरिक अंक नहीं आएंगे, उनका परीक्षा परिणाम रोक दिया जाएगा। विश्वविद्यालय ने छात्रों का परीक्षा परिणाम तैयार कराना शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि 31 जुलाई तक छात्रों का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा।