NSUT में इस वर्ष से चार साल का फैशन टेक्नोलॉजी कोर्स, ये रही पूरी जानकारी
नई दिल्ली।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से यह अनुरोध किया है कि वे अपने यहां के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से कराये व कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में प्रवेश की समय सीमा बढ़ाएं ताकि सभी छात्र अपना नामांकन समय पर करा सकें। वहीं द्वारका सेक्टर-3 स्थित नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) इस वर्ष डिजाइन विभाग में फैशन टेक्नोलॉजी में चार साल का स्नातक कोर्स शुरू किया है। 27 जुलाई से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जो विद्यार्थी इच्छुक हैं वे 14 अगस्त से पूर्व विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आवेदन दे सकते है। यह कोर्स रचनात्मकता व तकनीक पर केंद्रित होगा।
दिल्लीवासियों के लिए आरक्षित होगी 85 %सीट –
बताते चलें कि आधुनिक तकनीक से युक्त फैशन टेक्नोलॉजी कोर्स में राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान में अच्छी रैंक प्राप्त करने वाले केवल 60 विद्यार्थियों को ही दाखिला लेने का अवसर प्राप्त होगा। बावजूद इसके यदि सीटें खाली रहती हैं तो12वीं कक्षा के अंकों पर आधार पर विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। जिसमें 85 प्रतिशत सीट दिल्लीवासियों के लिए आरक्षित होगी। शेष 15 प्रतिशत सीट के लिए देशभर से विद्यार्थी आवेदन दे सकते है। कोर्स में आवेदन के लिए विद्यार्थियों को एक हजार रुपये की फीस जमा करनी होगी। कोर्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट की मदद ले सकते है।
ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें – http://www.nsit.ac.in
फैकल्टी की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी –
वहीं इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना हैं कि इस कोर्स में दाखिले के लिए एक बोर्ड का गठन किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय फैशन टैक्नोलॉजी संस्थान, आईआईटी दिल्ली समेत फैशन और टेक्नोलॉजी से जुड़े संस्थान के वरिष्ठ प्रोफेसर शामिल है। विश्वविद्यालय कोर्स की फैकल्टी की नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है। जिसमें सहायक प्रोफेसर व गेस्ट प्रोफेसर शामिल है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना हैं कि कोर्स शुरू करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से मजबूत करने के साथ-साथ उन्हें कौशल देना है। ताकि वे नए-नए आविष्कार कर सके और रोजगार के नए-नए अवसर का सृजन करें। इस साल कई नए कोर्स की शुरुआत की जानी थी, लेकिन विश्वविद्यालय की नई इमारत के निर्माण का कार्य काफी समय से लंबित है। ऐसे में इस बार केवल एक ही कोर्स शुरू किया जा रहा है। भविष्य में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होगा, उम्मीद है कि सरकार विश्वविद्यालय की नई इमारत के निर्माण की दिशा में काम करेगी। छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए कॉलेज सदैव कार्यरत है।