
उच्च शिक्षा से खबरें –
1 नवंबर से शुरू हो रहा पॉलीटेक्निक का अकादमिक सत्र, ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड मे होगी पढ़ाई
लखनऊ :
पॉलीटेक्निक में 1नवंबर से अकादमिक सत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से शुरू होने जा रहा है जिसके लिए एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। चार राउंड की काउंसिलिंग हो चुकी है, जबकि 31 अक्टूबर तक सीटों का आवंटन हो जाएगा। एक नवंबर से प्रथम वर्ष के छात्रों की पढ़ाई शुरू हो रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पहले ही कोर्स में विलंब हो चुका है, ऐसे में प्रथम वर्ष के छात्रों के कोर्स पूरा कराना चुनौती भरा है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन के प्रारूप को लागू करने की तैयारी कर रहा है। यह व्यवस्था संस्थानों के खुलने के बाद की जाएगी। तब तक ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।
कई विषयों से संबंधित शिक्षकों की कमी है –
देरी से शिक्षा सत्र होने के चलते निदेशालय ने शिक्षकों को अतिरिक्त समय देने के लिए निर्देशित किया है। छात्र-छात्राओं को अगर कुछ समझ में नहीं आ रहा है तो वह शिक्षकों से अलग से समय लेकर जानकारी कर सकेगा। बता दें कि प्रदेश के कई पॉलीटेक्निक में विषयों से संबंधित शिक्षकों की कमी है। वहां पर फैकल्टी के नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजे जा चुके हैं, जिस पर शीघ्र ही नियुक्ति की संभावना है। कुछ समय पहले रिटायर्ड शिक्षकों को अस्थाईतौर पर रखने की योजना थी, लेकिन उसे अमल में नहीं लाया जा सका।
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एकेटीयू के सहयोग से लेक्चर तैयार –
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के सहयोग से डिजिटल लेक्चर तैयार किए जा रहे हैं। उन्हें निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है।जल्द ही पॉलीटेक्निक की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। निदेशक मुकेश कुमार ने बताया कि छात्रों की समस्या का ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं आएगी। उनके कोर्स और पढ़ाई के लिए सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। विशेष कक्षाएं लगाने के लिए विचार विमर्श किया जा रहा है।छात्रों को किसी भी समस्या के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
2 नवंबर से कुमाऊं विवि के कॉलेजों में शुरू हो रहा शिक्षण कार्य
देहरादून –
कुमाऊं विवि और सम्बन्ध कॉलेजों में 2 नवंबर से शिक्षण कार्य शुरू होने जा रहा है। कॉलेजों के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है। डीएसबी परिसर में बीएससी प्रथम सेमेस्टर के लिए अप्रत्याशित संख्या में एडमिशने के लिए छात्राएं पहुंच रही हैं। पिछले कुछ सालों से पीसीएम ग्रुप हो या बायो ग्रुप दोनों में दाखिले लेने में छात्रों का मोहभंग हो रहा है, जबकि छात्राएं की रुचि बढ़ रही है। डीएसबी में अब तक बीएससी के लिए तीन सौ से अधिक छात्रों की मेरिट लिस्ट निकल चुकी है, इसमें 70 फीसद से अधिक छात्राएं हैं।
छात्राओं का रुचि बढ़ना उत्साहजनक संकेत –
अब तक मेरिट में कट ऑफ 70 फीसद से अधिक पहुंची है। लिस्ट की पड़ताल में साफ जाहिर होता है कि मेरिट के अनुसार उनके अंक औसतन छात्रों से अधिक हैं। एमएससी में भी यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है। परिसर निदेशक प्रो. एल.एम जोशी के अनुसार पिछले सालों से विज्ञान के प्रति छात्राओं का रुचि बढ़ना उत्साहजनक संकेत है। बेटियों ने साबित किया है कि वह किसी भी क्षेत्र में बेटे से कम नहीं है। आज विज्ञान के हर क्षेत्र में बेटियां सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। उन्होंने इसकी वजह मेहनती अधिक होना भी माना।
नवम्बर से सभी शिक्षण संस्थान नियमित हो सकते है शुरू –
वहीं एक तबके का कहना है कि रोजगारपरक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की ओर छात्रों का रुझान बढ़ने से साइंस स्ट्रीम में कम रुचि ले रहे हैं। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते शिक्षा का क्षेत्र काफि प्रभावित हुआ है जिसके कारण इस वर्ष नया सत्र शुरू होने मे काफि समय लग रहा है। हालांकि नवम्बर से सभी शिक्षण संस्थान ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से नियमित शुरू होंगे।