IIMC और उज़्बेकिस्तान के पत्रकारिता विश्वविद्यालय के बीच एमओयू
नई दिल्ली :
भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) आईआईएमसी ने यूनिवर्सिटी ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशंस ऑफ उज़्बेकिस्तान के साथ एक समझौता पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य पत्रकारिता और जनसंचार शिक्षा को प्रोत्साहन देना एवं मौलिक, शैक्षणिक एवं व्यावहारिक अनुसंधान के क्षेत्रों को परिभाषित करना है।
ढेरों विषय पर शोध को बढ़ावा देंगे –
आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस समझौते के माध्यम से दोनों संस्थान टीवी, प्रिंट मीडिया, डिजिटल मीडिया, जनसंपर्क, मीडिया, पत्रकारिता, भाषा विज्ञान और विदेशी भाषाओं जैसे विषय पर शोध को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि इस समझौते से हमें एक दूसरे की कार्यप्रणालियों एवं अनुभवों को जानने एवं समझने का मौका मिलेगा।
IIMC has signed an MoU with the University of Journalism & Mass Comm of Uzbekistan today. The memorandum aims to promote journalism & media education defining the associated areas of basic, educational and applied research.@PrakashJavdekar @ProfSanjay_IIMC @PIB_India @MIB_India
— IIMC (@IIMC_India) October 28, 2020
इसके अलावा यह समझौता अनुसंधान और शैक्षिक डेटा के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगा और संयुक्त कार्यक्रमों को आयोजित करने के अवसरों का भी जरिया बनेगा।
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छात्रों के लिए रोजगापरक हो मीडिया पाठ्यक्रम –
प्रो. द्विवेदी के मुताबिक आईआईएमसी का उद्देश्य आज पत्रकारिता की जरुरतों के अनुसार ऐसा मीडिया पाठ्यक्रम तैयार करना है, जो छात्रों के लिए रोजगापरक हो। इस दिशा में हम यूनिवर्सिटी ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशंस ऑफ उज़्बेकिस्तान के साथ मिलकर कार्य करने के लिए अग्रसर हैं।
इसके साथ ही आईआईएमसी संस्थान का उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों को वैश्विक संपर्क प्रदान करना भी है। हमने आने वाले वर्षों में विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग का विस्तार करने और अनुसंधान और शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने का लक्ष्य रखा है।
कानपुर के डिग्री काॅलेजों में ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई का शेड्यूल तैयार, 2 नवम्बर से शुरू होगी कक्षायें
लखनऊ :
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से डिग्री कॉलेजों में पढ़ाई के लिए शेड्यूल तैयार हो गया है जिसके मुताबिक अब सिर्फ ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टडी के लिए मंथन किया जाना है। ऑनलाइन व ऑफलाइन पढ़ाई 2 नवम्बर से शुरू की जाएंगी।
छात्र-छात्राओं के लिए ई-कंटेंट तैयार –
कोरोना काल में पढ़ाई के बदलते तरीकों के बाद तकनीक ने हमें पढ़ाई से जोड़कर रखा है। इसके लिए पांच हजार छात्र छात्राओं के लिए ई-कंटेंट बना लिए गए हैं। बीबीए, बीसीए, एमबीए, बीटेक, एमटेक व पीएचडी के छात्रों के लिए बनाए गए ई-कंटेंट अगले माह की शुरूआत में छात्र छात्राओं तक पहुंच जाएंगे जिसके बाद छात्रों के घर ही उनकी कक्षाएं व डिजिटल लैब बन जाएंगे।
कक्षाएं लगाने के लिए शेड्यूल बना लिया गया है –
विश्वविद्यालय के अलावा उससे संबद्ध डिग्री काॅलेजों में भी दो नवंबर से कक्षाएं लगाए जाने की तैयारी है। बीए, बीएससी व बीकाॅम की कक्षाएं लगाने के लिए शेड्यूल बना लिया गया है। इसके अलावा ऑफलाइन भी पढ़ाई होगी। दोनों प्रकार से पढ़ाई कराए जाने की रूपरेखा इसलिए बनाई गई है जिससे छात्रों को सीमित संख्या में काॅलेज आएं। दयानंद गर्ल्स डिग्री काॅलेज में छात्राओं की ऑफलाइन कक्षाएं लगाने से पहले अभिभावकों से अंडरटेकिंग लिया जाएगा।
ऑनलाइन लेक्चर रिकाॅर्ड करके भेजने की होगी व्यवस्था –
इसके अलावा हर सहाय डिग्री काॅलेज में छात्र छात्राएं अपनी इच्छा से पढ़ने के लिए आ सकेंगे। जो छात्र छात्राएं नहीं आना चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन लेक्चर रिकाॅर्ड करके भेजे जाएंगे। क्राइस्ट चर्च डिग्री काॅलेज, पीपीएन डिग्री काॅलेज, एएनडी डिग्री काॅलेज व बीएनडी डिग्री काॅलेज समेत अन्य डिग्री काॅलेज भी ऑफलाइन मोड में आ जाएगा।
गुरूवार को डीन व वरिष्ठ प्रोफेसरों के साथ होगी बैठक –
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 के बीच ऑफलाइन कक्षाएं लगाए जाने के लिए गुरूवार को डीन व वरिष्ठ प्रोफेसरों के साथ बैठक की जाएगी। बैठक में यह निष्कर्ष निकाला जाएगा कि स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्र छात्राओं की कक्षाएं किस तरह ऑफलाइन मोड में कक्षाएं लगाई जानी हैं इस पर विचार होगा।
कक्षाएं लगाने के लिए शेड्यूल तैयार –
तो वहीं सहाय डिग्री काॅलेज की प्राचार्य डाॅ. छाया जैन ने कहा कि नवंबर से ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के लिए शेड्यूल बना लिया गया है। ऑनलाइन कक्षाएं भी इसके साथ चलेंगी। ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के लिए एक ऐसे मंच की जरूरत है जिसके जरिए 50 से 60 छात्र छात्राओं को एक साथ पढ़ा सके।