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जानिये क्या है डिजिटल यूनिवर्सिटी, कैसे करेगी काम और डिस्टेंस लर्निंग से यह कितनी होगी अलग?

डिजिटल यूनिवर्सिटी कैसे काम करेगी, यह डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम कराने वाली यूनिवर्सिटीज से कितनी अलग होगी, जानिए इन सवालों के जवाब...

नई दिल्ली। देश में डिजिटल यूनिवर्सिटी खुलेगी. बजट-2022 पेश करते हुए मंगलवार को वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा की। कोरोना महामारी के कारण देशभर में स्‍टूडेंट की शिक्षा प्रभावित होने के कारण डिजिटल यूनिवर्सिटी का ऐलान किया गया है। वित्‍त मंत्री का कहना है, डिजिटल यूनिवर्सिटी के जरिए कई भाषाओं में शिक्षा उपलब्‍ध होगी। इस यूनिवर्सिटी के जरिए देश के किसी भी कोने से स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर सकेंगे। देश की प्रमुख सेंट्रल यूनिवर्सिटीज की मदद से इसकी शुरुआत होगी।

क्‍या है डिजिटल यूनिवर्सिटी और कैसे काम करेगी?

यह ऐसी यूनिवर्सिटी होती है, जहां पढ़ाई पूरी से ऑनलाइन होती है। आसान भाषा में समझें तो डिजिटल यूनिवर्सिटी में दाखिला वाले स्‍टूडेंट्स को कहीं जाना नहीं होगा। घर बैठे ही ऑनलाइन पढ़ाई हो सकेगी। देश के किसी कोने से स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर सकेंगे। यहां अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ ऑनलाइन वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए शिक्षा देंगे।

विदेशों में ड‍िजिटल यूनिवर्सिटी इसी पैटर्न पर काम कर रही हैं। स्‍पेन की मिया यूनिवर्सिटी इसका एक उदाहरण है। यहां पर ऑनलाइन मास्‍टर, सर्टिफिकेट और एग्‍जीक्‍यूटिव प्रोग्राम चलाए जाते हैं। जिसे ऑनलाइन किया जा सकता है। कई विषयों में कोर्सेस उपलब्‍ध हैं, जैसे- फैशन, मार्केटिंग, बिजनेस, कम्‍प्‍यूटर साइंस आदि।

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देश में बनने वाली डिजिटल यूनिवर्सिटी में किस तरह प्रोग्राम उपलब्‍ध कराए जाएंगे? यहां से सर्टिफ‍िकेट या डिप्‍लोमा पाठ्यक्रम करने का मौका मिलेगा या यूपी-पीजी प्रोग्राम भी होंगे, इसकी कोई भी आध‍िकारिक जानकारी नहीं जारी की गई है।

यह डिस्‍टेंस लर्निंग प्रोग्राम से कितना अलग होगी?

डिजिटल यूनिवर्सिटी डिस्‍टेंस लर्निंग प्रोग्राम उपलब्‍ध कराने वाले इग्‍नू विश्‍वविद्यालय से कितनी अलग होगी, अब इसे समझें। डिस्‍टेंस लर्निंग यूनिवर्सिटीज ऑनलाइन प्रोग्राम की सुविधा नहीं देते। यहां से पढ़ाई करने वाले स्‍टूडेंड्स को स्‍टडी मैटेरियल घर पर भेज दिया जाता है। इस मैटेरियल से स्‍टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं।

वहीं, डिजिटल यूनिवर्सिटीज ऑनलाइन प्रोग्राम्‍स के जरिए शिक्षा देती हैं। सेलेबस और दूसरी जानकारी ऑनलाइन मेल पर जारी की जाती हैं। ऑनलाइन वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग प्रोग्राम के जरिए स्‍टूडेंट्स अपनी पढ़ाई कर पाते हैं।

केरल में खुली थी देश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी

देश में पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत पहले केरल में हो चुकी है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट केरल (IIITM-K) को अपग्रेड करके ही डिजिटल यूनिवर्सिटी में तब्‍दील किया गया था। यहां पोस्‍ट ग्रेजुएट प्रोग्राम से लेकर अलग-अलग तरह के कई कोर्सेज संचालित किए जा रहे हैं। यहां सायबर सिक्‍योरिटी, ब्‍लॉक चेन, मशीन लर्निंग समेत कई विषयों में कोर्स उपलब्‍ध हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के अलावा राजस्‍थान के जोधपुर में डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाने की कवायद तेज की जा रही है। यहां 400 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ क्षेत्र में डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है। हालांकि यह कब शुरू होगी, इस बारे में कोई आध‍िकारिक जानकारी नहीं जारी की गई है।

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