गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुरू होंगे 40 नए पाठ्यक्रम, संवाद भवन मे हुआ फाइनल प्रस्तुतिकरण

लखनऊ :
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 40 नये पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहे है जिसका फाइनल प्रस्तुतिकरण विश्वविद्यालय के संवाद भवन में किया गया। इसे लेकर आयोजित बैठक में कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने प्रस्तुति देखने के बाद सभी नए पाठ्यक्रमों की रूपरेखा, शुल्क, सीट निर्धारण और नियमावली तय करने के लिए दो कमेटियां बना दीं। यह कमेटियां जल्द अपना सुझाव प्रस्तुत करेंगी। हालांकि कुलपति ने बैठक के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान मे केवल सर्टिफिकेट कोर्स ही शुरू किए जाएंगे।
न्यूनतम सीटों की संख्या का रखना होगा ध्यान –
डिप्लोमा और डिग्री वाले पाठ्यक्रमों की शुरुआत शासन से अनुमति मिलने के बाद ही की जाएगी। कुलपति ने कहा कि हमें नए पाठ्यक्रम के उद्देश्यों, क्रेडिट हस्तांतरण, प्रवेश पात्रता, अधिकतम व न्यूनतम सीटों की संख्या का ध्यान रखना है। सभी पाठ्यक्रम किसी ने किसी विभाग से जुड़कर च्वाइस बेस्ड क्रेडिट प्रणाली (CBCS) के दायरे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शुरू किए जाएंगे।
विद्या परिषद की स्वीकृति भी ली जाएगी –
कुलपति ने बताया कि जल्द ही सभी पाठ्यक्रमों की स्वीकृति के बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक बुलाई जाएगी। उसके उसके बाद विद्या परिषद की स्वीकृति भी ली जाएगी। बैठक का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह ने किया। इसी दौरान सभी संकायाध्यक्ष, कुलसचिव और शिक्षक मौजूद रहे।
विज्ञान संकाय के नए पाठ्यक्रम –
विज्ञान संकाय मे एमएससी डिप्लोमा एंड सर्टिफिकेट इन एक्वाकल्चर, एमएससी इन बायोइनफॉर्मेटिक्स, एमएससी इन प्लांट बायोटेक्नोलॉजी, एमएससी इन मैटेरियल साइंस, डिप्लोमा इन फोटोग्राफी, एमएससी इन इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री, एमएससी इन कंप्यूटर साइंस, एमएससी इन फूड साइंस एंड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, पीजी डिप्लोमा इन टेक्नोलॉजी, एमएससी इन ऑपरेशनल रिसर्च, डिप्लोमा इन वैदिक मैथमेटिक्स पाठ्यक्रम जोड़े गए है।
सीबीसीएस की क्रेडिट पर राय देगी पहली कमेटी –
कुलपति द्वारा पाठ्यक्रमों की नियमावली तय करने वाली गठित पहली कमेटी विद्यार्थी हित और अंतरराष्ट्रीय मापदंडों को देखते हुए डिग्री, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम क्रेडिट और अधिकतम क्रेडिट पर सुझाव देगी। प्रो. अजय सिंह, प्रो. गौरहरि बेहरा और प्रो. अजेय गुप्ता को समिति का सदस्य बनाया गया है।
शुल्क और सीट निर्धारित करेगी दूसरी कमेटी –
दूसरी कमेटी पाठ्यक्रम की नियमावली, शुल्क निर्धारण, न्यूनतम और अधिकतम सीटों की संख्या, गेस्ट फैकल्टी की संख्या आदि तय करने के लिए अपने सुझाव देगी। कला संकाय की अधिष्ठाता प्रो.नंदिता सिंह, विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. एसएन तिवारी, कुलसचिव डॉ. ओम प्रकाश और वित्त अधिकारी धर्मेंद्र प्रकाश त्रिपाठी इस समिति के सदस्य होंगे।
बदलेगी दीक्षा भवन व संवाद भवन की सूरत –
बैठक के दौरान कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने संवाद भवन और दीक्षा भवन का भी कायाकल्प करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दोनों भवनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाए, जिससे हर तरह आयोजन वहां बिना किसी रुकावट के हो सकें।
ये भी पढ़ें –
एनबीई ने नीट पीजी 2021 परीक्षा की स्थगित, जल्द जारी होंगी नयी तारीखें
नई दिल्ली :
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) ने 10 जनवरी 2021 को आयोजित होने वाली नीट पीजी 2021 परीक्षा स्थगित कर दी है। आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिस के मुताबिक, नीट पीजी 2021 परीक्षा 10 जनवरी 2021 को आयोजित होने वाली थी, उसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। नीट पीजी परीक्षा 2021 की नई तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है।
क्यों स्थगित हुई परीक्षा? –
नीट पीजी 2021 को स्थगित करने का निर्णय राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) द्वारा सूचित किए जाने के बाद आया है। एनएमसी ने बताया कि नीट पीजी 2021 के संचालन के मामले पर आयोग के यूजी (UG) और पीजी (PG) बोर्ड द्वारा हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।