यूजीसी नेट ‘आंसर की’ जारी, वेबसाइट से करें डाउनलोड

नई दिल्ली :
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट) जून 2020 के क्वेश्चन पेपर और ‘आंसर की’ आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जारी कर दिये गये हैं। यह परीक्षा विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) की पात्रता के लिए आयोजित की जाती है। यूजीसी नेट आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा 5 नवंबर 2020 को जारी नोटिस के अनुसार, जो उम्मीदवार 24 सितंबर से 17 अक्टूबर के बीच आयोजित परीक्षा में सम्मिलित हो चुके हैं, वे यूजीसी नेट जून 2020 ‘आंसर की’ परीक्षा के लिए बने पोर्टल, ugcnet.nta.nic.in पर विजिट करके डाउनलोड कर सकते है।
7 नवंबर तक सकते है आपत्ति दर्ज –
एजेंसी ने यूजीसी नेट जून 2020 ‘आंसर की’ जारी करने के साथ ही विभिन्न प्रश्नों की ‘आंसर की’ को लेकर आपत्तियों को भी आमंत्रित किया है। जिन परीक्षार्थियों को यूजीसी नेट जून 2020 ‘आंसर की’ को लेकर किसी भी प्रकार की आपत्ति हो वे एजेंसी के पोर्टल पर उपलब्ध कराये गये ऑनलाइन अप्लीकेशन फॉर्म के माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि एजेंसी द्वारा हर ‘आंसर की’ के लिए 1000 रुपये का शुल्क भी निर्धारित किया गया है। आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से किया जा सकता है।
55 विषयों के क्वेश्चन पेपर भी जारी –
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने यूजीसी नेट जून 2020 ‘आंसर की’ के साथ 55 विभिन्न विषयों के लिए आयोजित परीक्षा के क्वेश्चन पेपर भी उपलब्ध करा दिये हैं। परीक्षा में सम्मिलित हुए उम्मीदवार अपने सम्बन्धित विषय का क्वेश्चन पेपर ‘आंसर की’ वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते है।
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यूजीसी ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से खोलने के लिए जारी की गाइडलाइंस
नई दिल्ली :
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोरोना महामारी के चलते पिछले 7 महीने से बंद विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खोलने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यूजीसी ने कहा है कि राज्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के बारे में राज्य सरकारें फैसला करेंगी। जबकि केंद्र से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुख महामारी के बीच भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू करने के लिए कैंपस खोलने को लेकर फैसला लेंगे। नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज कैंपस चरणबद्ध तरीके से खोले जा सकते हैं।
जानें गाइडलाइंस की प्रमुख बातें –
– संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए योजना तैयार रखनी चाहिए जो यात्रा प्रतिबंधों या वीजा संबंधी मुद्दों की वजह से कोर्सेज में शामिल नहीं हो सकते।
– ऐसे विद्यार्थी जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण होंगे, उन्हें कैंपस में रहने, यूनिवर्सिटी या कॉलेज हॉस्टल में रूम शेयर करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
– कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग समेत सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। आपस में छह फीट की दूरी बनाए रखनी होगी। मास्क अनिवार्य होगा।
– अगर विश्वविद्यालय और कॉलेज कन्टेनमेंट जोन से बाहर हैं तो ही उन्हें खोलने की इजाजत दी जा सकती है। कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
– विद्यार्थी और स्टाफ को भी सलाह दी जाए कि वह कन्टेनमेंट जोन में न जाएं। फैकल्टी, स्टाफ और विद्यार्थियों को आयोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।