आईआईटी गुवाहाटी के शोधकर्ताओं का नाम दुनिया के टॉप वैज्ञानिकों की सूची में शामिल

नई दिल्ली :
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (आईआईटी गुवाहाटी) के के शोधकर्ताओं को अमेरिका के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार दुनिया के टॉप वैज्ञानिकों की सूची में शामिल किया गया है। इसके अनुसार आईआईटी गुवाहाटी के 22 संकाय सदस्यों और शोधकर्ताओं को स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय की इस सूची में शामिल किया गया है। आईआईटी गुवाहाटी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह लिस्ट स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई वह सूची है, जिसमें 1,00,000 से अधिक वैज्ञानिकों के नाम शामिल हैं।
शोध प्रकाशनों के लिए वर्ष 2019 के लिए सूचीबद्ध किया गया –
इस सूची में वैज्ञानिकों ने रिसर्च ने संबंधित क्षेत्र की प्रगति में बड़ा फायदा हुआ है। वहीं इस बाबत संस्थान के निदेशक टी.जी सीताराम और अन्य संकाय सदस्यों को उनके शोध प्रकाशनों के लिए वर्ष 2019 के लिए सूचीबद्ध किया गया है और उनके शोध के विशिष्ट क्षेत्रों में योगदान दिया था।
IIT गुवाहाटी संकाय के सदस्य सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, भौतिकी, रसायन इंजीनियरिंग, बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स विभागों के सदस्यों को इस लिस्ट सूची में शामिल किया गया है।
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नवीन भवन में संचलित होगा माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के रीवा कैंपस का आगामी सत्र

भोपाल :
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के जी सुरेश ने रीवा परिसर के नवीन भवन के निरीक्षण और समीक्षा के दौरान बताया कि रीवा कैंपस का आगामी सत्र नवीन भवन में संचलित होगा। इसके लिये गुणवत्ता आधारित निर्माण कार्य यथा शीघ्र पूरा किया जायेगा।
परिसर अध्ययन एवं शोध का उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा –
प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का रीवा परिसर विंध्य क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश में रीवा में बन रहा यह परिसर अध्ययन एवं शोध का उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र का पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी एक अलग छवि रही है। इस अंचल में संचार आधारित शिक्षा के अनेक अवसर हैं।
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आईआईटी दिल्ली के 51वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी, छात्रों को किया प्रोत्साहित

नई दिल्ली :
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के 51वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री मोदी शामिल रहे। पीएम ने कहा कि कोरोना का यह संकटकाल दुनिया में बहुत बड़े बदलाव लेकर आया है। कोरोना के बाद दुनिया में बहुत अलग होने जा रहा है और इसमें बहुत बड़ी भूमिका तकनीक की ही होगी। कोरोना ने हमें बहुत कुछ सिखाया। यह भी सिखाया कि वैश्विकरण तो जरूरी है, लेकिन उसके साथ आत्मनिर्भरता भी जरूरी है।
अपने आविष्कारों को खुलकर सबके सामने लाएं –
शनिवार को हुए वार्षिक दीक्षांत समारोह मे प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए इनोवेशन के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा आत्मनिर्भर अभियान हमारे युवाओं के लिए नए अवसरों के बारे में है ताकि वे अपने आविष्कारों को खुलकर सबके सामने ला सकें। वर्तमान समय में युवा नवाचार के माध्यम से करोड़ों देशवासियों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं। आज देश में आपकी जरूरतों को, भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए एक के बाद एक निर्णय लिए जा रहे हैं, पुराने नियम बदले जा रहे हैं।