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जेईई मेन और एनडीए दोनों की परीक्षाएं आपस में टकराने से छात्रों के अन्दर पैदा हुए भ्रम, HRD मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी

नई दिल्ली।

जेईई मेन और एनडीए दोनों की परीक्षाएं 06 सितंबर को प्रस्तावित है ऐसे में जेईई मेन और एनडीए की परीक्षाओं के आपस में टकराने से छात्रों के अन्दर पैदा हुए भ्रम पर आज केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने एक ट्वीट करके छात्रों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें परीक्षा तारीखों के टकराने को लेकर कोई चिंता नहीं करनी चाहिए। इस बारे में HRD मंत्री ने ट्वीट के जरिए छात्रों से यह भी कहा कि जेईई मेन और एनडीए दोनों परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के बारे शिक्षकों से विचार विमर्श कर लिया है। इसको लेकर छात्रों को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।

ट्वीट कर दी जानकरी –
HRD मंत्री ने यह भी ट्वीट किया कि कई छात्रों की तरफ से जेईई मेन और एनडीए की परीक्षा तारीखों के क्लैश होने को लेकर आग्रह किया गया है। इस मामले का परीक्षण कर लिया गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के अधिकारी यह तय करेंगे कि एक ही तारीख में दो परीक्षाएं न हों। बता दे कि छात्रों ने ट्वीटर के माध्यम से यह आग्रह किया था कि दोनों परीक्षाओं की तिथियों में बदलाव किया जाये।

पूरा मामला ऐसे समझें –
बता दे कि जेईई मेन की परीक्षा 18 जुलाई 2020 से 23 जुलाई 2020 के बीच आयोजित होनी थी लेकिन कोरोना महामारी से सुरक्षा के मद्देनजर इस परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया था। एचआरडी मंत्रालय ने जेईई मेन की परीक्षा तय तारीखों पर कराने के लिए मौजूदा परिस्थितियों के आंकलन करने को एनटीए प्रमुख की अध्यक्षता में विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया था। इसी पैनल की सिफारिशों के आधार पर ही परीक्षा को स्थगित करके 1 से 6 सितम्बर 2020 के बीच यह परीक्षा कराने का फैसला लिया गया है। उधर दूसरी तरफ यूपीएससी के 16 जून 2020 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के तहत एनडीए और एनए की परीक्षाओं की तारीखें भी 06 सितंबर 2020 को ही तय कर दिया गया।

NTA लेगा आवश्यक कदम –
इस सम्बन्ध में एनटीए ने अभी हाल ही में एक नोटिस जारी कर छात्रों से पूछा था कि वे अपने आवेदन में यह जानकारी अपडेट करें कि वे यूपीएससी की एनडीए और एनए की परीक्षा में भी शामिल हो रहे हैं। ऐसे छात्र जो जेईई मेन और एनडीए दोनों में शामिल हो रहे हैं उन्हें अपने ऑनलाइन आवेदन के इस कॉलम में ‘यस’ अपडेट करने के लिए कहा गया है। ताकि ऐसे विद्यार्थियों को चिन्हित किया जा सके।

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