दिल्ली यूनिवर्सिटी की दूसरी स्पेशल कटऑफ लिस्ट जारी, ये है महत्वपूर्ण तिथियां

नई दिल्ली :
दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) ने स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए दूसरी स्पेशल कटऑफ लिस्ट 2020 ऑफिशियल पोर्टल du.ac.in जारी कर दी है। स्टूडेंट्स पोर्टल पर जाकर लिस्ट चेक कर सकते हैं। सेकेंड स्पेशल कटऑफ कट ऑफ के तहत स्टूडेंट्स 21 दिसंबर सुबह 10 बजे और 22 दिसंबर शाम 5 बजे के बीच दाखिला ले सकते हैं। इसके साथ ही सेकेंड स्पेशल कटऑफ के तहत फीस जमा करने की अंतिम तिथि 26 दिसंबर 2020 है।
घोषित सीटों में अंतर हो सकता है –
विवि द्वारा जारी ऑफिशियल नोटिस के अनुसार कॉलेजों में उपलब्ध कोर्स और कैटेगिरी के तहत कटऑफ लिस्ट 10 दिसंबर से 21 दिसंबर, 2020 तक ऑनलाइन लिस्ट उपलब्ध रहेगी। वहीं अगर कोई छात्र अपनी सीट पर प्रवेश नहीं लेता है तो फिर घोषित सीटों में अंतर हो सकता है। स्टूडेंट्स ध्यान रखें कि यह डीयू का स्पेशल कट-ऑफ लिस्ट केवल उन स्टूडेंट्स के लिए रिलीज किया गया हैं, जिन्हें पिछली कटऑफ लिस्ट में एडमिशन नहीं मिल सका है। सिर्फ ऐसे ही छात्र-छात्राएं इस कटऑफ के तहत दाखिला ले सकते हैं।
ये है महत्वपूर्ण तिथियां –
– सेकेंड स्पेशल कटऑफ के तहत प्रवेश प्रक्रिया शुरुआत होने की तारीख- 21 दिसंबर, 20220
– सेकेंड स्पेशल कटऑफ के तहत प्रवेश लेने की आखिरी तारीख- 22 दिसंबर, 20220
– दूसरे विशेष कट ऑफ के तहत कॉलेजों ने योग्य आवेदकों की लिस्ट जारी- 24 दिसंबर, 2020
– सेकेंड स्पेशल कटऑफ के तहत फीस जमा करने की लास्ट डेट- 26 दिसंबर, 2020
– ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार कॉलेजों में कैटेगिरी और कोर्स के आधार पर खाली सीटें
इस बार की कटऑफ 100 फीसदी दर्ज की गई –
बता दें कि डीयू के यूजी पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए जारी कटऑफ लिस्ट ने इस बार रिकॉर्ड कायम किया था। इसके तहत पांच साल बाद डीयू में इस बार की कटऑफ 100 फीसदी दर्ज की गई थी। एडमिशन से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए स्टूडेंट्स डीयू की ऑफिशियल पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं।
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इंस्टीटयूट आफ मेडिकल सांइसेस के विद्यार्थियों ने स्किम्स प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन
नई दिल्ली :
शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटयूट आफ मेडिकल सांइसेस सौरा के विद्यार्थियों ने क्लीनिकल कक्षाएं शुरू न करने के विरोध में शुक्रवार को प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों का कहना था कि इससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। स्किम्स प्रागंण में एकत्रित हुए एमबीबीएस के ढाई सौ विद्यार्थीयों ने नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि छह महीनों से एक भी मेडिकल क्लीनिकल कक्षा नहीं लगी। यही नहीं होस्टलों से कोविड स्टाफ को भी बाहर नहीं किया गया है। विद्यार्थियों का कहना था कि उन्होंने होस्टलों का किराया पहले ही दे दिया है लेकिन उनकी जगह कोविड 19 की डयूटी दे रहे स्टाफ को होस्टलों में रखा गया है।
अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया हुआ है और किसी भी विद्यार्थी की क्लीनिकल डयूटी नहीं लगाई जा रही है। एक महीने पहले कक्षाएं शुरू हो गई थी। अब ऐसे में प्रशासन का रवैया सही नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन से वे कई बार गुहार लगा चुके हैं कि उनके होस्टलों के कमरे खाली करवाए जाएं लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। इससे सभी विद्यार्थियों को परेशानी आ रही है।
कोविड स्टाफ के संपर्क में आए और संक्रमित हो गए –
एमबीबीएस विद्यार्थियों का कहना था कि मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल के इस रवैये के कारण आठ विद्यार्थी अभी तक कोविड 19 से संक्रमित हो चुके हैं। वे कोविड स्टाफ के संपर्क में आए और संक्रमित हो गए। यह बहुत ही चिंताजनक है और विद्यार्थियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाला है।