UGC का आदेश, डिग्री और सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के अनुरोधों का समय से करें निपटारा
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने स्पष्ट किया है कि छात्रों के डिग्री और सर्टिफिकेट के वेरिफिकेशन का काम उसका नहीं है। यह काम संबंधित यूनिवर्सिटी ही करेंगे।
नई दिल्ली। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC), छात्रों की डिग्री और उनके सर्टिफिकेट का वेरिफिकेशन नहीं करेगा। यह काम संबंधित यूनिवर्सिटी ही करेंगे। इस संबंध में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि डिग्री आदि के वेरिफिकेशन का काम उसका नहीं है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों से छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए डिग्री एवं प्रमाणपत्रों के सत्यापन से जुड़े अनुरोधों का समयबद्ध तरीके से निपटारा करने का निर्देश दिया है। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने यूनिवर्सिटी के कुलपतियों को लिखे पत्र में कहा, “यूजीसी को विभिन्न विश्विवद्यालयों द्वारा दिये गए डिग्रियों एवं प्रमाणपत्रों की प्रमाणिकता के सत्यापन को लेकर बड़ी संख्या में अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं।”
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यूजीसी सचिव ने दी जानकारी
जैन ने स्पष्ट किया कि यूजीसी समय समय पर छात्रों को सूचित कर रहा है कि वह डिग्रियों एवं प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं करता है। उन्होंने कहा कि डिग्रियों एवं प्रमाणपत्रों का सत्यापन संबंधित विश्वविद्यालयों को करना होता है। उन्होंने कहा, “इसलिए विश्वविद्यालयों से आग्रह किया जाता है कि कृपया छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्रों के बारे में अनुरोध या अन्य स्पष्टीकरण का समयबद्ध तरीके से निपटारा करें।”
यूजीसी को बड़ी संख्या में ऐसे आवेदन प्राप्त होते हैं जिसमें छात्र डिग्री और अन्य प्रमाण पत्रों के वेरिफिकेशन की मांग करते है। ऐसे में संबंधित यूनिवर्सिटी ही डिग्री और अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करेंगे जिसने उन्हें यह छात्रों को अवार्ड किया है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी निर्देशित किया है कि अगर छात्र डिग्री, डिप्लोमा व अन्य तरह के प्रमाण पत्रों के वेरिफिकेशन की मांग करते हैं तो तय समय सीमा में इसे पूरा किया जाए।
नौकरियों के लिए जरूरी होता है वेरिफिकेशन
आमतौर पर डिग्री व अन्य दस्तावेजों के सत्यापन की जरूरत छात्रों को नौकरी और अन्य प्रदेशों के शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के दौरान पड़ती है। वेरिफिकेशन से यह स्पष्ट हो जाता है कि छात्र द्वारा उपलब्ध करवाए गए दस्तावेज सही हैं और उसमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ या फर्जीवाड़ा नहीं किया गया है।