शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों की भी नियुक्ति की जांच शुरू, संविवि के डिग्रीधारी शिक्षकों का ब्योरा तलब
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों की भी नियुक्ति की जांच शुरू हो गई है। इस क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के अध्यापकों से एक प्रपत्र भरवाए जा रहे हैं। दूसरी ओर संस्कृत विश्वविद्यालय में शिक्षकों के अभिलेखों की जांच 21 व 22 जुलाई को होगी। पहले दिन अध्यापकों को दोपहर एक बजे व दूसरे दिन सुबह 10.30 बजे विश्वविद्यालय बुलाया गया है।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के डिग्रीधारी शिक्षकों का ब्योरा तलब –
बेसिक शिक्षा विभाग ने बीते सात जुलाई को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के डिग्रीधारी शिक्षकों का ब्योरा तलब किया था। विश्वविद्यालय व इससे संबद्ध कालेजों से पूर्व मध्यमा (हाईस्कूल), उत्तर मध्यमा, (इंटर), शास्त्री (स्नातक) व बीएड के अंकपत्र व प्रमाणपत्रों के आधार पर वर्ष 2004 से 2014 के बीच चयनित शिक्षकों का विवरण साफ्ट व हार्ड दोनों कापी में मांगी गई थी। 10 जुलाई तक उपलब्ध न कराने पर इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित जनपदों के बीएसए को दी गई थी। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में संस्कृत विश्वविद्यालय के अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों पर के आधार पर 315 अध्यापक नौकरी कर रहे हैं। बीएसए राकेश सिंह शिक्षकों की सूची फर्जी अंकपत्रों की जांच कर रही विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) को उपलब्ध भी करा चुके हैं।