पहली व्हीलचेयर यूजर होंगी प्रतीष्ठा, जो भारत से ऑक्सफोर्ड जाकर करेगी पढ़ाई
होशियारपुर (पंजाब ) जिसकी पढाई में लगन है वो जानता है की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी क्या मायने रखती है। हमारे देश में बहुत से विकलांग लोग स्कूल ही नहीं जा पाते। बड़े-बड़े के सपनें महज सपने ही रह जाते हैं। लेकिन कुछ ही होते हैं, जो दूसरों को सपना दिखाते हैं। जो बताते हैं की सपने अपने अपने हैं। वो हमने देखें है। हम ही उन्हें पूरा करेंगे। ऐसी ही एक मिसाल है प्रतिष्ठा देवेश्वर। जो व्हीलचेयर पर रहकर ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में पढाई करने जाने वाली हैं।
मास्टर इन पब्लिक पॉलिसी करने जा रही हैं प्रतिष्ठा
Thrilled to share that I’ll be pursuing Masters in Public Policy from the University of Oxford!
From the ICU where I fought for my life,to being the first wheelchair-user from India to get into Oxford-it has been a rollercoaster ride! I want to thank you all for your support!❤ pic.twitter.com/1K4t1D1jYM— Pratishtha Deveshwar (@iiampratishtha) June 15, 2020
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वो जल्द ही ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स इन पब्लिक पॉलिसी में दाखिला लेने वाली हैं। वो लिखती हैं, ‘उस आईसीयू से जहां मैंने ज़िंदगी की जंग लड़ी वहां से ऑक्सफ़ोर्ड तक ये एक रोलकोस्टर राइड थी। मैं सब शुक्रिया कहना चाहती हूँ जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया।
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अन्य लोगो के लिए प्रतिष्ठा बनी एक मिसाल
दिल्ली यूनिवर्सिटी के ट्विटर पेज ने एलएसआर में पढ़ चुकी प्रतिष्ठा को बधाई दी है।
Thrilled to share that I’ll be pursuing Masters in Public Policy from the University of Oxford!
From the ICU where I fought for my life,to being the first wheelchair-user from India to get into Oxford-it has been a rollercoaster ride! I want to thank you all for your support!❤ pic.twitter.com/1K4t1D1jYM— Pratishtha Deveshwar (@iiampratishtha) June 15, 2020
13 साल की थीं तब हो गया था एक हादसा
प्रतिष्ठा बताती हैं की जब वो 13 साल की थीं, तो एक हादसा हुआ था। होशियारपुर से चंडीगढ़ जाते समय उनकी कार का भयानक एक्सीडेंट हो गया था। इसमें उनकी रीढ़ की हड्डी पर चोट आई थी। इसके बाद वे चल-फिर नहीं सकीं। इसके बाद वे व्हीलचेयर पर हैं।
हादसे के बाद 4 वर्ष तक लड़ी जंग
प्रतिष्ठा पंजाब के होशियारपुर की रहने वाली हैं। प्रतिष्ठा दिल्ली में श्रीराम वूमेन कॉलेज में पढ़ती हैं। हादसे के बाद उन्होंने 3 साल बिस्तर पर गुजारे। 10वीं और 12वीं कि पढाई भी घर से ही पूरी की है। 12वीं में उन्होंने 90% मार्क्स प्राप्त किये थे। इस जंग के बाद उन्होंने घर की चारदीवारी पार करने की सोचीं। फिर उन्होंने दिल्ली जाकर पढाई करने की सोची। उन्होंने घरवालों को मनाया और वो लेडी श्रीराम वूमेन कॉलेज में पढ़ाई करने चली गई।
दिव्यांगों के जीवन सुधार लाना चाहती हैं प्रतिष्ठा
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी उनसे बातचीत करके उन्हों बधाई दी है। उन्होंने बताया की वो ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स करने के बाद भारत वापस आना चाहती हैं और यहाँ आकर वो अपने जैसे दिव्यांग लोगों के जीवन में सुधार लाना चाहती हैं।
The indomitable will & spirit of Pratishtha Deveshwar of Punjab are truly inspiring. She is first girl wheelchair user from India to be joining Oxford for a Master’s programme. I wish her good luck & am sure she will come back to serve the country. God bless, Beta! pic.twitter.com/65vfAxivDV
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) July 16, 2020