यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक 30% तक कम हो सकता है विश्वविद्यालयों का पाठ्यक्रम
मार्च 2021 के दूसरे सप्ताह में परीक्षाएं कराने का निर्देश
नई दिल्ली।
कोराना महामारी के चलते यूजीसी ने नया अकादमिक कैलेंडर जारी किया है जिसके तहत विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों को स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 31 अक्टूबर तक दाखिला पूर्ण करने का निर्देश है। कोराना संक्रमण के चलते महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालयों में अब तक दाखिला पूर्ण नहीं हो सका है। हालांकि काशी विद्यापीठ, संस्कृत विवि व महाविद्यालयों ने 31 अक्टूबर तक दाखिला पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है। विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में दाखिले का क्रम शुरू हो गया है। वहीं सत्र को समय पाए पूरा करने के लिए पाठ्यक्रमों का आकार भी इस वर्ष छोटा करने पर विचार किया जा रहा है ताकि समय से परीक्षा कराई जा सके। हालांकि शासन की मंजूरी के बाद ही पाठ्यक्रमों में 30 फीसद कटौती की जाएगी।
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दाखिला 31 अक्टूबर तक पूर्ण का लक्ष्य –
यूजीसी की तरफ से यूजी-पीजी के प्रथम वर्ष की कक्षाएं 1 नवंबर से शुरू करने का निर्देश है। यूजीसी ने वर्तमान सत्र को नियमित बनाए रखने के लिए मार्च-2021 के दूसरे सप्ताह में परीक्षाएं कराने का निर्देश दिया है। हालांकि यूजीसी की गाइडलाइन राज्य सरकार से जारी होने के बाद राज्य विश्वविद्यालयों में प्रभावी होगा। वहीं काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन ङ्क्षसह व संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल का मानना है कि शासन की ओर यूजीसी की गाइडलाइन जल्द ही आ जाएगी। ऐसे में यूजीसी के नए अकादमिक कैलेंडर के अनुसार सत्र को नियमित करने की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी गई है। दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का कहना है कि दाखिला 31 अक्टूबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। विद्यापीठ के कुलपति ने बताया कि प्रवेश परीक्षाएं चार अक्टूबर से शुरू हो रही हैं। दाखिले के लिए काउंसिङ्क्षलग भी अक्टूबर में ही कराने का लक्ष्य है। कहा कि यदि परीक्षाएं मार्च-2021 में शुरू कराने का निर्देश मिलता है तो स्नातक व स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों में 30 प्रतिशत तक की कटौती करनी होगी।