परीक्षा की रणनीति बना रहे कानपुर के तीनों विश्वविद्यालय, बस शासन के आदेश का है इंतज़ार
कानपुर. लाकडाउन खुलने के बाद अब विश्वविद्यालयों में परीक्षा कराए जाने की रणनीति बनाई जा रही है। इसी के तहत कानपुर शहर के तीनों विश्वविद्यालय परीक्षा की रूपरेखा तैयार करने में जुट गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि, व हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं कराने के लिए रोस्टर बनाया जा रहा है। एचबीटीयू ने तय किया है कि सबसे पहले बीटेक, एमटेक व एमसीए अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराई जाएंगी।
एचबीटीयू में विभिन्न कोर्स में ढाई हजार छात्र-छात्राएं हैं। इनमें 600 छात्र छात्राएं अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले वर्ष तक जून माह के प्रथम सप्ताह तक सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हो जाया करती थीं। कोरोना वायरस की सुरक्षा के मद्देनजर हुए लॉकडाउन के कारण समय से परीक्षाएं नहीं हो सकीं। अनलॉक-1 के बाद मिली छूट के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन इन परीक्षाओं को 18 जुलाई के बाद कराए जाने की योजना बना रहा है। परीक्षा नियंत्रक प्रदीप कुमार ने बताया कि परीक्षा देने के लिए इस बार सभी छात्रों को एक साथ नहीं बुलाया जाएगा। पहले अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं होंगी उसके बाद बीटेक दूसरे, चौथे व छठवें सत्र के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परीक्षा की तैयारी के लिए सभी छात्रों को दस से 15 दिन का समय मिलेगा। एक कक्ष में 60 की बजाय 30 छात्र छात्राओं के बैठने की व्यवस्था होगी। जून के अंतिम अथवा जुलाई माह पहले हफ्ते में परीक्षाओं की घोषणा की जा सकती है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीएससी, एमएससी व पीएचडी के छात्र छात्राओं की परीक्षा कराए जाने की पूरी तैयारी है। इन छात्र छात्राओं की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं जिसके तहत उनका कोर्स कवर किया जा रहा है। कुलपति प्रो. डीआर सिंह ने बताया कि अनलॉक-2 में विश्वविद्यालय खोलने संबंधित निर्देश जारी किए जा सकते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षाएं कराने के लिए तैयार है। राज्य सरकार के निर्देशों का इंतजार है। उन्होंने बताया कि सीएसए के कानपुर, इटावा व लखीमपुर परिसर के छात्र छात्राओं की परीक्षाएं एक साथ आयोजित की जाएंगी। विश्वविद्यालय खुलने के बाद व परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी का हर हाल में सभी प्रोफेसरों व छात्र छात्राओं को पालन करना होगा। परीक्षाíथयों की बैठक व्यवस्था को लेकर रोस्टर लागू किया जाएगा।