हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल का बड़ा फैसला , यूजीसी गाइडलाइंस के आधार पर ही होंगे अंतिम वर्ष की परीक्षाएं
नई दिल्ली।
बीए, बीएससी और बीकॉम पाठ्यक्रमों के लिए अंतिम वर्ष यानी छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करने के फैसले पर हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने लिया बड़ा फैसला। बता दें कि ये परीक्षाएं कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थीं परन्तु अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि यह परीक्षा यूजीसी गाइडलाइंस के आधार पर ही होंगे।
बताते चलें कि संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जारी नवीनतम दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षा आयोजित करने के लिए कहा गया है। भारद्वाज ने कहा कि बीए, बीएससी और बीकॉम के अंतिम वर्ष यानी छठे सेमेस्टर की परीक्षा 16 अगस्त के बाद आयोजित की जा सकती है। जबकि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए सितंबर में आयोजित की जाएगी। मंत्री ने कहा कि बीए, बीएससी और बीकॉम के पहले और दूसरे वर्ष के लिए परीक्षा का निर्णय बाद में लिया जाएगा। बता दें कि 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए प्रवेश 13 से 25 जुलाई तक शुरू होगा। मंत्री ने कहा कि राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा मैट्रिक (कक्षा 10) और प्लस टू (कक्षा 12) के परिणाम पहले ही घोषित कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि छात्र या उनके अभिभावक इन कक्षाओं में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भारद्वाज ने दोहराया कि राज्य के निजी स्कूल पिछले साल तय की गई ट्यूशन फीस अभिभावकों से ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई तक राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। उसके बाद ये खुलेंगे या नहीं, इसका निर्णय बाद में विचार करने के बाद लिया जाएगा।
छात्र असमंजस में –
बता दे कि अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के सम्बन्ध में सभी राज्य अलग-अलग फैसले ले रहें है। छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुयी है। अब देखना यह है कि मंत्रालय इस पर क्या फैसले लेती है।