केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का किया आयोजन
नई दिल्ली।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के श्रीनिवास रामानुजन डिपार्टमेंट ऑफ मैथमेटिक्स और सेंटर फॉर वैदिक मैथमैटिक्ल स्टडीज ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। ऑनलाइन शुरू हुई इस अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 1400 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस मौके पर कार्यशाला के संयोजक प्रोफेसर राकेश कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन और उनके उत्तराधिकारियों के कामों से शोधकर्ताओं, छात्रों, युवा शिक्षण कर्मियों और वैज्ञानिकों को वैश्विक स्तर पर निरंतर भिन्न के विश्लेषणात्मक पहलुओं से अवगत कराना है। उनके अनुसार, यह ज्यामिति और संख्याओं के बीच छिपे हुए संबंधों का पता लगाने में मदद करेगा।
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अध्यक्षता एचपीयू के डॉ. तिलक राज शर्मा ने की –
बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से डॉ. आरपी शर्मा और डॉ. विक्रम सिंह कपिल ने इस सत्र की अध्यक्षता की। कार्यशाला के पहले सत्र में एनआइटी जालंधर के डॉ. रविद्र सिंह ने रोचक तरीके से निरंतर भिन्नों की मूल बातें बताईं। दूसरे सत्र की अध्यक्षता एचपीयू के डॉ. तिलक राज शर्मा ने की। श्रीनिवास रामानुजन एक महान भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है। इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए। इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किए अथवा भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया।