दिल्ली विश्वविद्यालय ने शुरू किया एडमिशन प्रोसेस, रिजिस्ट्रेशन का यह है तरीका
नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय अपने विभिन्न स्नातक, स्नातकोत्तर, एमफिल और पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है. पंजीकरण 4 जुलाई तक होगा. पिछले साल एडमिशन के लिए पंजीकरण करने के लिए आवेदकों को 30 मई से 22 जून तक यानी तीन सप्ताह के लिए विंडो खुली थी. इंफॉर्मेशन बुलेटिन विश्वविद्यालय की वेबसाइट du.ac.in पर अपलोड कर दिया गया है. इसके लिए, पंजीकरण पोर्टल भी खोला गया है.
विश्वविद्यालय की डीन (प्रवेश) शोभा बगई ने कहा कि इस बार प्रवेश प्रक्रिया “कॉन्टैक्ट लेस” और पूरी तरह से ऑनलाइन होगी. पिछले वर्षों की बात करें तो उम्मीदवार अपने संदेह को स्पष्ट करने या प्रवेश प्रक्रियाओं का पालन करने के लिए विश्वविद्यालय और कॉलेजों का दौरा कर सकते थे, लेकिन इस बार सब कुछ ऑनलाइन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इससे पहले हमारे पास ऑनलाइन मार्कशीट सत्यापित करने के लिए सीबीएसई पोर्टल के साथ एक लिंक था. इस बार, हमने देश भर के सभी शैक्षिक बोर्डों को पोर्टल के लिंक को साझा करने के लिए लिखा है जहां उनके परिणाम घोषित किए जाएंगे ताकि कॉलेज मार्कशीट को आसानी से सत्यापित किया जा सकें. छात्रों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विश्वविद्यालय हर साल सूचना का एक बुलेटिन साझा करता है जिसका उपयोग उनके प्रश्नों को संबोधित करने के लिए किया जा सकता है. हालांकि, कोविड -19 महामारी और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की आवश्यकता के कारण परिसर में हर साल आयोजित होने वाले ओपन डे कार्यक्रम इस साल नहीं होंगे.
बागई ने कहा, “हमने विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर पर हेल्पलाइन डेस्क बनाए हैं जहाँ छात्र अपने प्रश्नों को पोस्ट कर सकते हैं.” हालांकि, प्रवेश समिति अभी तक कट-ऑफ या प्रवेश के लिए अस्थायी अनुसूची जारी नहीं कर सकी है. बागई ने बताया कि यह सीबीएसई के नतीजों को लेकर अनिश्चितता के कारण है. उन्होंने कहा, “इससे पहले हमें बताया गया था कि सीबीएसई का रिजल्ट 15 अगस्त के आसपास आने की संभावना है क्योंकि 1 से 15 जुलाई के बीच अपनी लंबित कक्षा 12वीं की परीक्षा आयोजित करने की बात कही थी. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई को अन्य विकल्पों की तलाश करने के लिए कहा है, एक संभावना है कि रिजल्ट जल्द ही घोषित किया जा सकता है. हम जुलाई के तीसरे सप्ताह तक अपना अस्थायी कार्यक्रम जारी करेंगे, जब चीजें स्पष्ट होंगी.”