उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सितंबर अंत तक होंगी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं : उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
लखनऊ।
कोविड-19 वायरस महामारी के प्रसार के खतरे के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं छोड़कर बाकी परीक्षाएं स्थगित की कर दी गई हैं। वहीं आज उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने घोषणा की है कि राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर 2020 के अंत तक ऑफलाइन अथवा मिश्रित तरीके से संपन्न कराई जाएंगी। यूजीसी की गाइडलाइंस के मुताबिक सभी कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के लिए 30 सितंबर तक फाइनल ईयर/सेमिस्टर की परीक्षाएं कराना अनिवार्य है।
बताते चलें कि कुछ दिनों पहले डॉ. शर्मा ने वचुर्अल संवाददाता सम्मेलन में वाराणसी के मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा था कि उच्च शिक्षा के मामले में यूजीसी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत परीक्षाएं एवं कक्षाएं संचालित करने के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि विश्वविद्यालयों में मेरिट के आधार पर भी प्रवेश लिया जा सकता है।
कई राज्यों ने अपने यहाँ रद्द कर दी है परीक्षाएं –
दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सरकारें अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले विश्वविद्यालयों में सभी परीक्षाएं रद्द कर चुकी हैं। जबकि यूजीसी ने सभी राज्यों से अपील की थी कि वह अपने यहां के सभी विश्वविद्यालयों के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा जरूर कराएं। यूजीसी ने कहा है कि देश में उच्च शिक्षा स्तर में एकरूपता होना बेहद जरूरी है। इसके लिए ही गाइडलाइंस स्वीकार की जाती हैं और उनका अनुसरण किया जाता है। उन राज्यों को भी यूजीसी की गाइडलाइंस माननी चाहिए और फाइनल ईयर की परीक्षाएं करानी चाहिए। अगर हम फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं नहीं कराएंगे तो इससे उनकी डिग्री की वैधता पर एक सवाल उठता है।