लखनऊ विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस क्लास, छात्र सीखेंगे खुशहाली के फंडे
लखनऊ. लखनऊ विश्वविद्यालय ने प्रशासन अपने छात्रों के लिए हैप्पीनेस के फंडे को सिलेबस में शामिल करने जा रहा है. हैप्पीनेस को शिक्षा संकाय के एमएड पाठ्यक्रम में जगह दी जा रही है. अच्छी बात यह है कि च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत बने नए सिलेबस में शामिल किया जा रहा है. यह पेपर इंटर डिपार्टमेंटल है. यानी, विश्वविद्यालय के परास्नातक पाठ्यक्रम में पढ़ाई कर रहा कोई भी छात्र इसे पढ़ सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र संकाय में गुरुवार को बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक इस पर मुहर लग गई है. नए सिलेबस में एमएड तृतीय व चतुर्थ सेमेस्टर में तीन पेपर जोड़े जा रहे हैं. पहला एजुकेशन फॉर हैप्पीनेस, दूसरा पेपर लाइफ लॉग एजुकेशन और तीसरा पेपर अंडरस्टेंडिंग द सेल्फ को शामिल किया गया है.
अंडरस्टेंडिंग द सेल्फ नाम के दूसरे पेपर में छात्रों को स्वयं को पहचानने की कला सीखने का मौका मिलेगा. संकाय अध्यक्ष प्रो. अमिता बाजपेई ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में कहा कि हर बच्चा खास होता है. उसकी अपनी क्षमताएं भी होती हैं. लेकिन, खुद की सही पहचान न कर पाने के कारण बहुत से बच्चे जीवन की राह पर भटक जाते हैं. शिक्षाशास्त्र के विद्यार्थी जब खुद को पहचानने की कला सीखेंगे तभी भविष्य में वह अपने छात्रों को सिखा पाएंगे.
अब छात्राएं भी जिम जा सकेंगी, समय सारिणी जारी लखनऊ विश्वविद्यालय की मुख्य परिसर स्थित महाराज सिंह जिमनेजियम में अब छात्राएं भी कसरत कर सकेंगी. लखनऊ विश्वविद्यालय एथेलेटिक्स एसोसिएशन ने इसके लिए समय सारिणी जारी कर दी है. अभी तक समय सारिणी न होने के कारण शिक्षक, कर्मचारी और छात्राएं इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रही थीं. एक मार्च से छात्राओं को ये सुविधा मिल सकेगी. एथेलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नीरज जैन ने बताया कि सुबह 5.30 बजे से 7 बजे तक छात्रों एवं कर्मचारियों तथा 7.05 बजे से 8.30 बजे तक छात्राओं और शिक्षकों के लिए यह सुविधा उपलब्ध रहेगी.
साभार- दैनिक हिंदुस्तान