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यूपी के स्कूलों में लागू होगा ‘हैप्पीनेस करिकुलम’, जानें क्या है ये प्लान

उत्तर प्रदेश के स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम शुरू किया जा रहा है. इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट का प्लान तैयार कर लिया गया है. जानिए क्या है तैयारी?

लखनऊ। यूपी के स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए जरूरी सूचना आई है। दिल्ली और छत्तीसगढ़ के बाद अब उत्तर प्रदेश के स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम (Happiness Curriculum) की शुरुआत होने जा रही है। यूपी सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आने वाले शैक्षणिक सत्र यानी अप्रैल 2022 से ही उत्तर प्रदेश में यह नया पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा। राज्य के 32 शिक्षक मिलकर इसके लिए विषय वस्तु तैयार करने में जुटे हैं। इसके लिए वर्कशॉप भी आयोजित किए जा रहे हैं।

सौरभ मालवीय को यूपी हैप्लीनेस करिकुलम का स्टेट इन-चार्ज बनाया गया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और भौगोलिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए यह पूरा कोर्स विकसित किया जा रहा है। इस कोर्स के जरिए बच्चों को प्रकृति, समाज और देश के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाने की कोशिश होगी।

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किन कक्षाओं में होगी हैप्पीनेस की पढ़ाई

सौरभ मालवीय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की जाएगी। पाठ्यक्रम ऐसा होगा जिससे बच्चे खुद से, परिवार से, समाज, देश व प्रकृति से मन से जुड़ाव रखना सीख सकें। उन्हें ध्यान लगाना, मन को एकाग्र करना (Meditation) भी सिखाया जाएगा। परस्पर संबंध (interrelationships) को समझना सिखाया जाएगा।

पायलट प्रोजेक्ट में 150 स्कूल

इसे लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा चुका है। इसमें राज्य के 15 जिलों के 150 स्कूलों को इस पाठ्यक्रम पर काम करने के लिए कहा गया है। हैप्पीनेस करिकुलम के तहत कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों के लिए 5 किताबें तैयार की जाएंगी।

रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में करीब 1.30 लाख प्राइमरी स्कूल हैं। इन स्कूलों में करीब 7 लाख शिक्षक हैं। यूपी में हैप्पीनेस करिकुलम पायलट प्रोजेक्ट की समीक्षा के आधार पर राज्य सरकार इसे सभी स्कूलों में लागू करने की योजना बना सकती है।

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