छात्रों के अवसाद एवं तनाव को दूर करने के लिए एचआरडी मंत्री ने लांच किया डिजिटल प्लेटफॉर्म, ये है नाम
नई दिल्ली।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी करने के बाद छात्र उथापोह की स्थिति में है चूँकि यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि देश के सभी विश्वविद्यालय सितम्बर तक अंतिम वर्ष की परीक्षा संपन्न कराएं। वहीं कई राज्यों ने अपने यहां परीक्षाओं को रद्द कर छात्रों को प्रोन्नत करने का आदेश दे दिया है। जिससे विरोधाभाषी स्थिति बन गयी है। ऐसे में इन परिस्थितियों के साथ कोरोनाकाल में छात्रों को मानसिक तनाव जैसी स्थिति से निपटने के लिए आज केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ‘मनोदर्पण’ प्लेटफॉर्म लॉन्च किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया पेश –
बताते चलें कि कोरोना वायरस की वजह से स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों के अवसाद एवं तनाव को दूर करने के लिए सरकार की तरफ से इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को पेश किया गया है। गौरतलब है कि वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से विद्यार्थियों में अवसाद और तनाव के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में इस प्लेटफॉर्म के जरिए विद्यार्थी काउंसलिंग के जरिए अपने तनाव को दूर कर सकते हैं। एचआरडी मंत्री निशंक ने इस प्लेटफॉर्म को भारत सरकार के आत्मनिर्भर अभियान के अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया।
हेल्पलाइन नंबर शुरू –
वहीं मनोदर्पण अभियान को केंद्रीय मंत्रालय के विद्यालय शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से शुरु किया गया है। इस अभियान के तहत विद्यार्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू की गई है। जिसके जरिए वो अपनी काउंसलिंग करा सकेंगे। हेल्पलाइन नंबर 844844032 के जरिए विद्यार्थी सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे के बीच फोन के जरिए काउंसलिंग ले सकेंगे और इस नए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकेंगे।
500 काउंसलर्स करेंगे मदद –
बता दे कि इसमें 500 काउंसलर्स विद्यार्थियों के अवसाद को दूर करने के लिए उनको काउंसलिंग देंगे। विद्यार्थी इस नंबर के जरिए तनाव और अवसाद के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और सलाह ले सकते हैं। शुरुआत में विद्यार्थियों के तनाव और अवसाद को दूर करने के लिए 100 काउंसलर्स रहेंगे, जिनकी संख्या बाद में 500 की जाएगी।
वेबसाइट लांच –
मनोदर्पण पहल के अंतर्गत वेबसाइट manodarpan.mhrd.gov.in पर मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सामग्री और परामर्शदाता उपलब्ध कराये गये हैं। इससे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ-साथ आमजन भी मदद ले सकते हैं। सरकार ने विद्यार्थियों के बीच बढ़ते अवसाद को दूर करने के लिए ही यह हेल्पलाइन नंबर शुरू की है। विद्यार्थी अपनी समस्याओं को लेकर काउंसलरों से ऑनलाइन चैट भी कर सकेंगे। छात्रों को जानकारी व सुझाव के लिए वेबसाइट पर अपना सन्देश भेज सकते है।