नई दिल्ली :
भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) इंदौर ने देश के टॉप प्रबंधन संस्थानों में दाखिले के लिए प्रस्तावित कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) कैट के प्रवेश पत्र आज 28 अक्टूबर को शाम 05 बजे जारी करेगा। छात्र कैट परीक्षा प्रवेश पत्र कैट की आधिकारिक वेबसाइट iimcat.ac.in पर जाकर डाउनलोड कर पाएंगे।
परीक्षा का कुल समय 120 मिनट कर दिया गया –
बता दें कि यह परीक्षा देश के टॉप प्रबंधन संस्थानों में दाखिले के लिए कराई जाती है। परीक्षा तीन पालियों में कराई जाएगी। परीक्षा का कुल समय 120 मिनट कर दिया गया है। पूरे प्रश्नपत्र में तीन सेक्शन होंगे। इसमें वर्बल एबिलिटी और रीडिंग कंप्रीहेंशन, डेटा इंटरप्रटेशन और लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एबिलिटी होंगे।
आगामी 29 नवंबर को यह परीक्षा तीन पालियों में होगी –
इसके लिए हर सेक्शन के उम्मीदवारों को 40 मिनट दिए जाएंगे। दोहराने के लिए करीब 12 मिनट का समय मिलेगा। पिछले वर्ष तीन-तीन घंटे के दो सत्र में यह परीक्षा हुई थी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पैटर्न में बदलाव किया गया है। आईआईएम इंदौर की ओर से जारी सूचना के मुताबिक आगामी 29 नवंबर को यह परीक्षा तीन पालियों में कराई जाएगी। परीक्षा के परिणाम की घोषणा जनवरी 2021 मे की जाएगी जिसके लिए वेबसाइट पर नोटिस जारी कर दिया जाएगा।
ऐसे डाउनलोड करना होगा कैट प्रवेश पत्र –
– छात्र सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट iimcat.ac.in पर जाएं।
– इसके बाद CAT admit card’ टैब पर क्लिक करें और अपनी आईडी से लॉग इन करें।
– अब आप अपना एडमिट कार्ड यहां से डाउनलोड कर सकते है।
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देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ 37वां वर्चुअल ज्ञानदीक्षा समारोह
देहरादून :
देव संस्कृति विश्वविद्यालय में 27 अक्तूबर को 37वां ज्ञानदीक्षा समारोह आयोजित किया गया। कोरोना महामारी के चलते यह कार्यक्रम ऑनलाइन मोड मे सम्पन्न हुआ। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के ज्ञानदीक्षा समारोह के बतौर मुख्य अतिथि श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने वर्चुअल संबोधन में कहा कि ज्ञानदीक्षा ज्ञानार्जन का महापर्व है। भारतीय संस्कृति ही देव संस्कृति है। देव संस्कृति से ही देवों का गढ़ने का क्रम चल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय नालंदा-तक्षशिला विश्वविद्यालय का आधुनिक स्वरूप है। अपने संबोधन में आगे स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि यह विवि सच्चे अर्थों में युवा पीढ़ी को गढ़ने की टकसाल है। युवाओं में नैतिकता, सात्विकता जैसे गुणों को विकसित कर उन्हें महामानव बनाने का कार्य चल रहा है।
अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. पंड्या ने कहा कि –
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पंड्या ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सभी नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को दीक्षित किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. पंड्या ने कहा कि ज्ञानदीक्षा संस्कार विद्यार्थियों को नवजीवन प्रदान करने वाला है। सद्ज्ञान से आंतरिक चेतना का विकास होता है। शिक्षक व छात्र के बीच ऐसा सामंजस्य होना चाहिए, जिससे ज्ञान का आदान-प्रदान का क्रम सदैव बना रहे। उन्होंने कहा कि चेतनापरक विद्या की सदैव उपासना करनी चाहिए। इससे अच्छाइयों की ओर सतत आगे बढ़ने की आंतरिक क्षमता का विकास होता है।
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1 नवंबर से शुरू हो रहा पॉलीटेक्निक का अकादमिक सत्र, ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड मे होगी पढ़ाई
लखनऊ :
पॉलीटेक्निक में 1नवंबर से अकादमिक सत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से शुरू होने जा रहा है जिसके लिए एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। चार राउंड की काउंसिलिंग हो चुकी है, जबकि 31 अक्टूबर तक सीटों का आवंटन हो जाएगा। एक नवंबर से प्रथम वर्ष के छात्रों की पढ़ाई शुरू हो रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पहले ही कोर्स में विलंब हो चुका है, ऐसे में प्रथम वर्ष के छात्रों के कोर्स पूरा कराना चुनौती भरा है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन के प्रारूप को लागू करने की तैयारी कर रहा है। यह व्यवस्था संस्थानों के खुलने के बाद की जाएगी। तब तक ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।