IIT/Engineering

नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी बीएचयू कराएंगे संयुक्त पीएचडी

नई दिल्ली :
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (आईआईटी गुवाहाटी) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) अनुसंधान कार्यक्रम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त पीएचडी कराएंगे। इसको लेकर दोनों के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। शुक्रवार को आयोजित वर्चुअल बैठक में आईआईटी (बीएचयू) की तरफ से निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन और आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. टी.जी. सीथाराम ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

संयुक्त डिग्री कार्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को किया स्वीकार –

प्रो. जैन ने बताया कि यह देश में पहली बार है कि दो आईआईटी संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम की शुरुआत करने जा रहे हैं, जो नए सत्र से आरंभ होगा। संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम का विचार मूल रूप से 27 सितंबर 2019 को आयोजित 53वीं आईआईटी परिषद की बैठक में प्रस्तावित किया गया था। इसके पीछे दृष्टि एक ’उत्कृष्टता का टॉवर’ बनने के लिए प्रयास करने के बजाय सभी आईआईटी के ’नेटवर्क ऑफ एक्सीलेंस’ का निर्माण करना था। आईआईटी परिषद ने संयुक्त डिग्री कार्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।

अधिकतम दस शोध छात्र ही पंजीकरण करा सकेंगे –

आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी बीएचयू की इस पहल से आईआईटी रिसर्च सहकार्यता बढ़ेगी और दोनों संस्थानों के शोधार्थी और विशेषज्ञ समाज और देशहित के लिए एक साथ कार्य कर सकेंगे। इंजीनियरिंग, साइंस और ह्यूमैनिटी के सभी विषयों में शोध करने हेतु आईआईटी (बीएचयू) में अधिकतम दस और आईआईटी गुवाहाटी में अधिकतम दस शोध छात्र ही पंजीकरण करा सकेंगे। इन शोधार्थियों को दोनों संस्थानों में शोध कार्य करने की सुविधा मिलेगी।

दोनों संस्थानों में दो अलग-अलग सुपरवाइजर रहेंगे –

शोध छात्रों को मार्गदर्शन देने के लिए दोनों संस्थानों में दो अलग-अलग सुपरवाइजर रहेंगे और शोधार्थी दोनों संस्थानों के पुरा छात्र भी कहलाएंगे। शोध छात्रों को दोनों संस्थानों द्वारा संयुक्त डिग्री प्रदान की जाएगी। हालांकि, शोध छात्रों को दोनों संस्थानों में कम से कम एक वर्ष का शोध कार्य करना अनिवार्य होगा। शोध कार्यक्रम में पंजीकरण अगले सत्र में जुलाई महीने से आरंभ हो जाएगा।

ये रहे मौजूद –

समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षर के अवसर पर आईआईटी (बीएचयू) के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एसबी द्विवेदी, एसोसिएट डीन डॉ. विकास कुमार दुबे, डॉ. राजेश कुमार उपाध्याय, और आईआईटी गुवाहाटी के डीन, आउटरीच एजुकेशन प्रोग्राम प्रो. कल्पेश कपूर, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. चित्रलेखा महंता आदि मौजूद रहे।

अन्य और खबरें पढ़ें यहां –

कल आयोजित होगी कैट 2020 परीक्षा, 2.27 लाख उम्मीदवार होंगे शामिल

नई दिल्ली :
भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर द्वारा आयोजित किए जाने वाली कॉमन एडमिशन टेस्ट, (कैट 2020) कल 29 नवंबर, रविवार को होनी है जिसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए है। कोरोना महामारी के चलते सुरक्षा से संबंधित दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षा आयोजित की जाएगी जिसकी पूरी जानकारी उम्मीदवारों को होनी चाहिए और परीक्षा के दिन इनका पालन करना होगा।

तीन शिफ्टों मे आयोजित की जाएगी परीक्षा –

बता दें कि कैट 2020 को तीन शिफ्टों मे आयोजित किया जाएगा जिनमें लगभग 2.27 लाख उम्मीदवार हिस्सा लेंगे। कैट परीक्षा मे वर्बल एबिलिटी एंड रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (VARC), क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड (QA) और डेटा इंटरप्रेटेशन एंड लॉजिकल रीजनिंग (DILR) शामिल हैं।

कैट 2020 परीक्षा के लिए जारी महत्वपूर्ण निर्देश –

– परीक्षा के दिन, उम्मीदवारों को अपने कैट 2020 एडमिट कार्ड की एक प्रिंटेड कॉपी अनिवार्य रूप से लानी होगी।
– प्रिंटेड कॉपी पर फोटोग्राफ और हस्ताक्षर स्पष्ट रूप से दिखाई देने चाहिए।

पूरी खबर पढ़ें यहां (क्लिक करें)

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button