महाराष्ट्र सरकार की दो टूक सितम्बर के अंत तक विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं करा पाना मुश्किल
मुंबई।
यूजीसी की गाइडलाइंस आने के बाद टेक्निकल और हायर एजुकेशन मंत्री उदय सावंत मानव संसाधन विकास मंत्रालाय को पत्र लिखकर जानकारी दी कि सितम्बर के अंत तक राज्य में prikshaye कराना असंभव है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सावंत ने केंद्र को जानकारी दी कि राज्य में कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए सितंबर के अंत तक यूनिवर्सिटीज के फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराना संभव नहीं है।
बताते चलें कि सावंत यूजीसी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय दोनों को पत्र लिखकर सूचित किया है कि कोरोना वायरस महामारी की इस परिस्थिति को देखते हुए सिंतबर के अंत तक फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराना अंसभव है। आपको बता दें कि यूजीसी ने गाइडलाइंस जारी कर कहा था कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं अनिवार्य हैं। सितंबर के अंत तक सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं करानी हैं और नवंबर तक परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित करने को कहा है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 2,23,724 केस हो चुके हैं, जो देश में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को यूनिवर्सिटीज के वाइज चांसलर के सुझाव पर परीक्षाएं न कराने का फैसला लेना चाहिए।
न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज ऑनलाइन, ऑफलाइन या ब्लेंडेड किसी भी मोड से परीक्षाएं आयोजित कर सकते हैं। परीक्षाएं आयोजित करने की गाइडलाइंस स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुझाई गई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के आधार पर ही जारी की गई हैं।
विद्यार्थियों को मिले पर्याप्त समय –
अब देखना यह है कि महाराष्ट्र सरकार के इस रवैये के बाद यूजीसी क्या निर्णय लेता है। चूँकि परीक्षाओं की तयारी के लिए अब समय कम रह गया है, विद्यार्थियों को पर्याप्त समय मिलें यह भी सुनिश्चित करना अनिवार्य है।