कानपुर टेस्ट: भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट हुआ ड्रॉ, दो भारतीय मूल के कीवी खिलाड़ियों ने कराया मैच ड्रॉ
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले का नतीजा ड्रा के रूप में निकला। भारतीय टीम के गेंदबाज न्यूजीलैंड के आखिरी विकेट को नहीं निकाल सके।
कानपुर। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच का नतीजा ड्रॉ रहा। भारतीय टीम कीवी टीम के ताबूत में आखिरी कील नहीं ठोक सकी, क्योंकि रोमांचक मैच में भारत जीत से एक विकेट दूर रहा। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र में भारत का ये दूसरा मुकाबला ड्रॉ रहा है।
284 रन के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम ने 98 ओवर अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी की और 9 विकेट खोए। आखिरी के 52 गेंदों में भी भारतीय गेंदबाज आखिरी विकेट नहीं ले सके। इस तरह मुकाबले का नतीजा ड्रॉ रहा। आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2017 के बाद ये पहली बार है जब भारत में कोई टेस्ट मैच ड्रॉ हुआ है। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम ने पिछले सात मैचों में पहली बार कोई मुकाबला ड्रॉ कराया है।
रचिन ने न्यूजीलैंड को बचाया
न्यूजीलैंड के लिए इस मैच में टेस्ट डेब्यू करने वाले रचिन रवींद्र ने शानदार खेल दिखाया और टीम को हार से बचा लिया। रचिन ने 91 गेंदों में 2 चौकों की मदद से सिर्फ 18 रन बना पाए, लेकिन अच्छी बात ये रही कि उन्होंने अपना विकेट नहीं खोया। यही वजह रही कि भारतीय टीम आखिरी विकेट नहीं चटका पाई। यहां तक कि भारत को करीब 9 ओवर का खेल मिला, जिसमें उनको आखिरी विकेट लेना था, लेकिन रवींद्र जडेजा, आर अश्विन और अक्षर पटेल नाकाम रहे।
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न्यूजीलैंड की दूसरी पारी, गिरे 9 विकेट
मैच के आखिरी दिन न्यूजीलैंड की टीम ने 284 रन के जवाब में 4/1 से आगे खेलते हुए शानदार खेल दिखाया। टॉम लाथम और विलियम समरविले ने 31 ओवर में 75 रन जोड़े। हालांकि, अंतिम दिन लंच के बाद पहली गेंद पर उमेश यादव ने नाइट वाचमैन विलियम समरविले को 36 रन के निजी स्कोर पर शुभमन गिल के हाथों कैच आउट कराया। तीसरी सफलता भारत को आर अश्विन ने दिलाई, जिन्होंने 52 रन के निजी स्कोर पर टॉम लाथम को बोल्ड किया।
आखिरी दिन टी ब्रेक से पहले भारत को चौथी सफलता रवींद्र जडेजा ने दिलाई, जब उन्होंने रोस टेलर को 2 रन के निजी स्कोर पर lbw आउट कर दिया। भारत को यहां से जीत के लिए 6 विकेट चाहिए और करीब 30 ओवर का खेल बाकी था। टी ब्रेक के बाद जल्द ही अक्षर पटेल ने भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। अक्षर पटेल ने हेनरी निकोल्स को 1 रन पर lbw आउट कर दिया। इसी के साथ भारत ने मैच में वापसी की।
छठवीं और बड़ी सफलता भारत को रवींद्र जडेजा ने दिलाई। जडेजा ने नीची रहती गेंद पर केन विलियमसन को 24 रन के निजी स्कोर पर lbw आउट कर पवेलियन भेजा। इससे भारत ने मैच पर अपनी पकड़ बनाई। सातवां विकेट न्यूजीलैंड का टॉम ब्लंडेल के रूप में गिरा जो 2 रन बनाकर आर अश्विन की गेंद पर प्ले डाउन हो गए। भारतीय टीम को आठवीं सफलता नई गेंद से रवींद्र जडेजा ने दिलाई, जब उन्होंने काइल जेमिसन को 5 रन पर lbw आउट हो गए।
भारत को 9वीं सफलता रवींद्र जडेजा ने दिलाई, जब उन्होंने टिम साउथी को 4 रन के स्कोर पर lbw आउट कर दिया। इस तरह पांचवें दिन के आखिर में जडेजा ने जीत की नींव रखी। न्यूजीलैंड के लिए रचिन 18 रन बनाकर और एजाज पटेल 2 रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत के लिए इस मैच में रवींद्र जडेजा ने चार विकेट, आर अश्विन ने तीन विकेट और एक-एक विकेट अक्षर पटेल और उमेश यादव को मिला।
इस मैच की बात करें तो भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 345 रन बनाए थे। इसमें श्रेयस अय्यर का शतक, शुभमन गिल और रवींद्र जडेजा का अर्धशतक शामिल था। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी पहली पारी में 296 रन बनाए थे। इस तरह भारत को 49 रन की बढ़त मिली थी, जबकि दूसरी पारी भारत ने श्रेयस अय्यर और रिद्धिमान साहा के अर्धशतकों के दम पर 234/7 पर घोषित कर दी थी।