अंतिम वर्ष की परीक्षा का निर्णय राज्यों पर छोड़े : तमिलनाडु मुख्यमंत्री पलानीस्वामी
नई दिल्ली।
शनिवार को केंद्र सरकार से अपील करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने कहा कि अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन करवाने को लेकर राज्यों को अपने स्तर पर निर्णय लेने दिया जाये। कोरोना वायरस के मामलों में हो रही वृद्धि के मद्देजनर श्री पलानीस्वामी सितंबर महीने में अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं करवाने में अक्षमता जाहिर की और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह शिक्षा की गुणवत्ता तथा अकादमिक विश्वसनीयता से समझौता किए बिना राज्यों को अपने तरीके से परिस्थितियों का मूल्यांकन करने दे।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरिया निशंक को लिखे पत्र में कहा है कि देश के कई राज्यों ने अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन नहीं कराने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, करियर के अवसरों, भविष्य की संभावनाओं करने के साथ ही छात्रों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, निष्पक्ष और समान अवसर के सिद्धांतों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। छात्रों की सेहत से समझौता किसी भी प्रकार से नहीं किया जा सकता।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि राज्यों को शिक्षा गुणवत्ता और अकादमिक विश्वसनीयता से समझौता किये बिना इस मामले में स्वयं के मूल्यांकन के तरीकों को अपनाने की पूरी स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। उन्होंने डॉ निशंक से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूसीजी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), भारतीय फार्मेसी परिषद (पीसीआई), राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई), राष्ट्रीय होटल प्रबंधन परिषद तथा कैटरिंग टेक्नोलॉजी जैसी उच्च शैक्षणिक संस्थाओं को संबंधित राज्यों के फैसले को लागू करने के लिए निर्देश देने की अपील की है।