लखनऊ विश्वविद्यालय ने एग्जामिनेशन पोर्टल की शुरूआत की, छात्रों को मार्कशीट व डिग्री में त्रुटि सही कराने में होगी सहूलियत
लखनऊ।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने छात्रों के परेशानी को देखते हुए उनकी एक बड़ी समस्या का निवारण कर दिया है। छात्रों की लगातार शिकायत के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह नयी शुरुआत की है। बताते चलें कि छात्रों को लगातार मार्कशीट व डिग्री में नाम व अंकों की त्रुटि सही कराने में एक-एक साल लग जाता था जबकि डिग्री, मार्कशीट व माइग्रेशन बनवाने के लिए उनको कई दिनों तक परिसर के चक्कर काटना पड़ते थे। छात्रों की इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो.आलोक कुमार राय ने शुक्रवार को ईज इलेक्ट्रानिक्स एक्सेस टू सर्विस ऑफ एग्जामिनेशन पोर्टल की शुरूआत की।
कुल 11 तरह की सेवाएं शुरू –
बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने छात्रों की सबसे बड़ी समस्या को हल कर दिया है। छात्रों के अधिकतर काम इसी पोर्टल से हो जाएंगे। इसके लिए छात्रों को बार-बार परिसर के चक्कर काटना नहीं पड़ेंगे। इन कामों के लिए छात्रों को ऑनलाइन फीस जमा करना होगी और ऑनलाइन ही सभी कार्य हो जायेंगे। कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने बताया कि छात्र प्रमाण पत्र, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, अंक पत्र व माइग्रेशन सर्टिफिकेट की डुप्लीकेट कॉपी, मूल और डुप्लीकेट डिग्री, लैंग्वेज सर्टिफिकेट, ट्रांसक्रिप्ट, मार्कशीट में सुधार, डुप्लीकेट मार्कशीट के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र अपनी परीक्षा की ऑनलाइन उत्तर पुस्तिका व स्क्रूटनी के अंक भी देख सकेंगे। उन्होंने बताया कि छात्रों के लिए पोर्टल पर कुल 11 तरह की सेवाएं शुरू की गई हैं।
ये है आवेदन की प्रक्रिया –
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों को डिग्री, मार्कशीट व नाम आदि में त्रुटियां दूर करने व अन्य कार्योँ के लिए अपने दस्तावेजों की प्रतियां जेपीजी / पीडीएफ फाइल 100 से ३०० केबी के बीच स्कैन करनी होगी। पंजीकरण के बाद छात्रों को लॉगिन करके सेवा का लाभ उठाना होगा। फिर अभ्यर्थी को जिस सेवा का लाभ ऐनो होगा उसका का चयन करना होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन 7 से 15 दिनों के बीच दस्तावेजों की जांच के बाद डिग्री व मार्कशीट डाक के जरिए उसके घर भेज देगा। हालांकि छात्र को आवेदन के साथ अपना रजिस्टर्ड ईमेल और मोबाइल नंबर देना होगा, जिसके जरिए छात्रों को उसके आवेदन की स्थिति के बारे में अवगत कराया जाएगा। छात्र ऑनलाइन भी अपने आवेदन की स्थिति देख सकेगा।