NEEV नें “विज्ञान से समाज तक” जोड़ने के लिए जागरूकता वेबिनार का किया आयोजन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष में नींव (NEEV) ने "विज्ञान से समाज तक" जोड़ने के लिए जागरूकता वेबिनार का किया आयोजन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष में नींव (NEEV) जो कि ग्रामीण परिवेश में रहना वालो बच्चो को शिक्षित कर उनके सर्वांगीण विकास पर कार्य करती है ने आई-स्टेम (I-STEM) जो कि भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार की एक पहल है के साथ मिलकर “विज्ञान से समाज तक” जोड़ने के लिए जागरूकता वेबिनार आयोजित किया गया। NEEV के इस वेबिनार में मुख्य वक्ता पदमश्री डॉक्टर अशोक गुप्ता, वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन, मुंबई व श्री रघु हरि डालमिया जी, आईआईटी दिल्ली द्वारा विशिष्ट एलुमनाई के अवार्ड से सम्मानित व समाज सेवी रहे।
NEEV द्वारा आयोजित इस वेबिनार में देश व विदेश के विभिन्न भागों से लगभग 1000 से ज्यादा प्रतिभागियों ने वेबेक्स व यूट्यूब के माध्यम से प्रतिभाग लिया। वेबिनार का संचालन डॉ उपदेश वर्मा जो नींव के राष्ट्रीय समन्वयक है व डॉ संजीव श्रीवास्तव जो आई-स्टेम जिसका नोडल सेंटर भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर में हैं, के राष्ट्रीय समन्वयक है, ने किया। डॉ उपदेश वर्मा ने नींव द्वारा किये गए कार्यों के बारे में विस्तृत रूप में बताया व अन्य जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। डॉ संजीव ने बताया कि कैसे कोई भी शिक्षक , शोधार्थी, स्टार्टअप आने वाले दिनो में शोध कार्य के लिये आई-स्टेम www.istem.gov.in पोर्टल का उपयोग कर सकते है।
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NEEV के इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पदमश्री डॉ अशोक गुप्ता जी ने उनके द्वारा किये गए सामाजिक कार्य जैसे एसिड अटैक के विक्टिम को मुफ्त इलाज, गरीबो व असमर्थ्य लोगो को जले कटे शरीर, मुम्बई के बम धमाको के पीड़ितों, अक्षरधाम में आतंकियों का आक्रमण से पीड़ित, अनाथ इत्यादि का इलाज करना व उनकी सेवा करने में लगा दिया, व बताया की जो विज्ञान उन्होंने पढ़ा था उसके सबसे ज्यादा सदुपयोग गरीब और कमजोर वर्ग की सेवा करने में हुआ और कहा कि यही सबसे उपयुक्त तरीका है, विज्ञान को समाज से जोड़ने का।
उन्होंने आगे बताया कि केवल सरकार की ही जिम्मेदारी नही है हम सभी को मिलकर काम करना होगा। आज के दूसरे मुख्य वक्ता श्री रघु हरि डालमिया जी ने बताया कि आज वैज्ञानिक हर आदमी हैं, और हर किसी को अपने स्तर पर कम करना होगा। विज्ञान को केवल प्रयोगशालाओं में ही सीमित नही करना चाइये उसे वहाँ से निकलकर समाज के उपयोग में लाना चाइये, जैसे की उन्हीने राजस्थान के चिड़ावा गांव के कृषि विज्ञान केंद्र के साथ मिलकर वहाँ के किसानों को जल संरक्षण , कम जल में बेहतर फसल कैसे उपजाए , उन्होंने मंत्र दिया कि घर का पानी घर में,गांव का पानी गांव में और शहर का पानी शहर में ही प्रयुक्त होना चाइये इसी से पानी की कमी पूरी होगी। उन्होंने ये भी नारा दिया कि मेरा देश मेरी जिममेदारी, हम सबकी भागीदारी से ही देश महान बनेगा।
वेबिनार के अंत में सभी प्रतिभागियों ने आने सवाल पूछे और वक्ताओं ने उनके जवाब दिए व सबसे यह वादा लिया कि आज से ही सभी लोग कार्यों को सरकार पर केवल नही छोड़ेंगे अपनी जिम्मेदारी मानते हुए तथा सभी को सहयोग करते हुए भी सरकार का सहयोग करेंगे। डॉ. उपदेश वर्मा ने सबको बताया कि कैसे विज्ञान से समाज को जोड़कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने सपना पूरा होगा।
अंत में डॉ. अनुज कुमार ने बताया कि आज का वेबिनार सभी लोगों को झकझोर देने वाला संदेश दिया है. लोग अगर अपने जीवन में अपनाए तो देश बहुत आगे बढ़ेगा।
उन्होंने सभी से आई-स्टेम जो कि डॉ. संजीव श्रीवास्तव की खोज, अब एक मिशन बन गया है जिसे भारत के प्रधानमंत्री ने जनवरी 2020 में लाँच किया था से जुड़ने का अनुरोध किया। डॉ उपदेश वर्मा व डॉ. संजीव श्रीवास्तव का उदेश्य देश के सभी शोधार्थी तक भारत सरकार के द्वारा टैक्स पेयर्स के पैसे से बनाए रीसर्च इन्फ़्रस्ट्रक्चर पहुँचे। डॉ उपदेश वर्मा व डॉ संजीव ने सभी वक्ताओं व श्रोताओं को धन्यवाद किया व कोरोना महामारी के बाद ग्रामीण अंचल में जाकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। पूरे वेबिनार का संचालन डॉ उपदेश वर्मा व सुमेघा नंदकरनी, नरमदेश्वर पाण्डेय तथा अन्य आई-स्टेम के स्टाफ़ ने किया। इस पूरे कार्यक्रम का विडीयो आई-स्टेम यूटूब वेब साइट पर डाल दिया गया है जिस से अन्य लोग देख सके जो किसी कारणवश नहीं भाग ले पाए।