यूपी में दो साल तक नहीं खुलेगा नया पॉलीटेक्निक, AICTE का फ़ैसला
नई दिल्ली. इंजीनियरिंग कॉलेजों के बाद अब दो साल तक यूपी में नया पॉलीटेक्निक खोलने पर भी रोक लगा दी गई है. AICTE ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए यह फैसला लिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल प्रदेश में 10 से 15 नए पॉलीटेक्निक खुल रहे हैं. प्रदेश में 486 पॉलीटेक्निक हैं. हालांकि, इनमें से कई पॉलीटेक्निक दूसरे परिसर में चल रही हैं. फैकल्टी भी पूरी नहीं है. इसका सीधा असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है.
AICTE ने इसकी समीक्षा के बाद दो साल तक प्रदेश में सरकारी, अनुदानित से लेकर प्राइवेट पॉलीटेक्निक तक खोलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. AICTE के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. मनोज तिवारी ने बताया कि 2020-21 और 2021-2022 में प्रदेश में कोई पॉलीटेक्निक नहीं खुलेगा.
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए AICTE ने प्रदेश की 12 पॉलीटेक्निक में प्रवेश पर लगाई रोक हटा ली है. 65 पॉलीटेक्निक में सीट कटौती को भी रद कर दिया गया है. शिक्षकों की कमी और अपना भवन नहीं होने पर एआईसीटीई ने 12 पॉलीटेक्निक में किसी भी तरह के प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
65 पॉलीटेक्निक में निर्धारित सीटों में 25 से 65 फीसदी तक की कटौती का पेनाल्टी नोटिस प्राविधिक शिक्षा निदेशालय को जारी किया था. इस पर मुख्य सचिव ने एआईसीटीई चेयरमैन को पत्र भेजकर दूसरे परिसर में चल रहे संस्थानों को अपने परिसर में शिफ्ट करने और शिक्षकों की कमी दूर करने का आश्वासन दिया है. इसमें पढ़ने वाले गरीब व मध्यमवर्गीय छात्रों का हवाला दिया गया है। इसके बाद एआईसीटीई ने रोक हटा ली है.
साभार- दैनिक हिंदुस्तान