JNU हिंसा में पुलिस को नहीं मिली फुटेज, तोड़फोड़ की जगह पर नहीं लगे थे सीसीटीवी कैमरे
नई दिल्ली. जेएनयू हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस को 3 जनवरी की सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली है। छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष और अन्य आरोपियों पर 3 जनवरी को जहां तोड़फोड़ का आरोप है, वहां सीसीटीवी कैमरे ही लगे हुए नहीं हैं। अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक, तोड़फोड़ सर्वर रूम के पीछे की तरफ हुई, जबकि सीसीटीवी कैमरे आगे की तरफ लगे हैं।
अपराध शाखा की एसआईटी के प्रमुख डा. जॉय टर्की ने कहा था कि रजिस्ट्रेशन का विरोध 28 अक्तूबर से हो रहा था। 3 जनवरी को छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष कुछ साथियों के साथ सर्वर रूम पहुंचीं और तोड़फोड़ की। छात्रों ने सिक्योरिटी गार्ड के साथ धक्का-मुक्की की। इस पर जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर वसंत कुंज (नॉर्थ) थाने में एफआईआर नंबर तीन दर्ज की गई थी। हालांकि, अब जेएनयू प्रशासन 3 जनवरी को पुलिस को शिकायत देने की बात से इनकार कर रहा है। अपराध शाखा के अधिकारियों के अनुसार, पुलिस को 3 जनवरी को हुई तोड़फोड़ के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।