यूजीसी की गाइडलाइंस के बाद आज खुला पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय कैंपस
नई दिल्ली :
यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाइंस के बाद कोरोना महामारी के चलते मार्च से लॉकडाउन के बाद आज 18 नवंबर, 2020 से पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय का परिसर चरणबद्ध तरीके से कोविड-19 प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करते हुए फिर से खोला गया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 5 नवंबर को जारी ‘यूजीसी दिशानिर्देशों’ को ध्यान में रखते हुए ‘घुद्दा’ स्थित सीयूपीबी मुख्य परिसर को संकाय और छात्रों के लिए फिर से खोलने के लिए यह निर्णय लिया है।
कोविड-19 निवारक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन –
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, सीयूपीबी के संकाय कोविड-19 निवारक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए 18 नवंबर से घुद्दा स्थित सीयूपीबी मुख्य कैंपस में नियमित रूप से आएंगे। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्रों के लिए चरणबद्ध तरीके से खुलेगा।
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इन दिशा-निर्देशों का सख्ती से करना होगा पालन –
– बता दें कि पहले चरण में पीएचडी के सभी विभागों के रिसर्च स्कालर्स को अपना शोध कार्य जारी रखने के लिए 18 नवंबर से कोविड-19 निवारक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस लौटने की अनुमति मिली है।
– तो वहीं दूसरे चरण में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों के तीसरे सेमेस्टर के छात्रों को एक दिसंबर, 2020 से 15 जनवरी 2021 तक कैंपस आने की अनुमति दी जाएगी।
– तीसरे चरण में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों के पहले सेमेस्टर के छात्रों को 1 फरवरी से 15 मार्च तक कैंपस में आने की अनुमति दी जाएगी। इस अवधि के दौरान, व्यावहारिक कक्षाओं और विद्यार्थियों को उनके कार्यक्रमों में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने पर जोर दिया जाएगा।
ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से छात्रों को निरंतर प्रदान की गयी शिक्षण –
इस बीच, सभी कार्यक्रमों के लिए आनलाइन कक्षाएं जारी रखी जाएंगी। कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से छात्रों को निरंतर शिक्षण-अधिगम सहयोग प्रदान करने में संकाय सदस्यों की भूमिका की सराहना की।
चरणबद्ध तरीके से परिसर को फिर से खोलने का निर्णय –
“कोरोना काल की स्थिति में यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय ने केंद्र/राज्य सरकार/जिला प्रशासन/ यूजीसी शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी कोविड-19 निवारक दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए छात्रों के हित में चरणबद्ध तरीके से अपने परिसर को फिर से खोलने का निर्णय लिया है।”
-प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी, कुलपति
कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की हुयी व्यवस्था –
“विश्वविद्यालय प्रशासन ने चरणबद्ध तरीके से खुलने की प्रक्रिया में संकाय और छात्रों की सुरक्षा के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की है। उन्होंने संकाय और छात्रों से अपना सहयोग देने की अपील की।”
– कंवल पाल ¨सह मुंदरा, कुलसचिव
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बीजेपी नेता ने की जेएनयू का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद रखने की मांग
नई दिल्ली :
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का नाम एक बार फिर से बदलने की मांग उठी है। बीजेपी नेता ने जेएनयू का नाम स्वामी विवेकानंद नाम पर रखे जाने की मांग उठी है, जिन्होंने सनातन धर्म को नई ऊंचाइयां दीं, चरित्र निर्माण, मानसिक शक्ति के विकास की वकालत की।
संत का जीवन आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित –
जेएनयू का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय करने की मांग हाल ही में गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के प्रभारी बनाए गए बीजेपी के महासचिव सी.टी रवि ने मांग उठाई है, उनका मानना है कि भारत के देशभक्त संत का जीवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा