रांची विश्वविद्यालय कर्मियों को एसीपी-एमएसीपी का मिलेगा लाभ, आगामी बैठक में लिया जा सकता है फैसला
रांची विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारियों को एसीपी (एडवांस एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) और एमएसीपी (मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन), का लाभ लंबे इंतजार के बाद मिल सकेगा। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि फिलहाल कॉलेज कर्मियों के लिए एसीपी और एमएससीपी का निर्धारण नहीं किया गया है, इसलिए तत्काल उन्हें कोई वित्तीय लाभ प्राप्त नहीं हो सकेगा। विश्वविद्यालय की वित्त समिति के इस प्रस्ताव को 3 जून को होनेवाली विश्वविद्यालय की सिंडिकेट की बैठक में रखा जाएगा।
सिंडिकेट की बैठक में मुख्य रूप से 12 एजेंटों पर चर्चा होगी। इसमें विश्वविद्यालय के बॉटनी विभाग के प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार चौधरी का सेवानिवृत्ति के बाद लंबित व्याख्याता पद पर सेवा संपुष्टि करने संबंधी प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। साथ ही, जेपीएससी की अनुशंसा के मद्देनजर सेंट जेवियर्स कॉलेज के कॉमर्स विभाग के व्याख्याता ललित शर्मा की नियुक्ति पर अनुमोदन किया जाएगा। इसके अलावा डॉ शर्मिला रानी सह प्राध्यापक वीमेंस कॉलेज जंतु विज्ञान विभाग को 2 वर्षों के लिए अवैतनिक ग्रहणावकाश स्वीकृत करने को घटना उत्तर स्वीकृति दी जाएगी। विश्वविद्यालय के वित्त परामर्शी के निजी सहायक एमएनज को महाधिवक्ता से प्राप्त विधिक राय के तहत 31.7.2006 से 18.8.2009 तक कुल अवधि का स्वीकृत असाधारण अवकाश अवधि में वार्षिक वेतन वृद्धि स्वीकार करने संबंधी प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।