लखनऊ विश्वविद्यालय में बना सैनिटाइजिंग चेंबर
लखनऊ। विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद से विश्वविद्यालय लगातार हाई अलर्ट पर है। इसी क्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय ने एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में सैनिटाइजिंग चेंबर बनाया है।
विश्वविद्यालय के डॉ हिमांशु पांडे ने बताया कि क्योंकि विश्वविद्यालय में पहले भी कोरोना पॉजिटिव निकल चुके हैं। इसलिए विशेष सतर्कता आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए। अभियांत्रिकी व टेक्नोलॉजी संकाय के वर्कशॉप में कार्यरत समन्वयक अभिजीत मौर्य ने प्रोफेसर “आर एस गुप्ता” के मार्गदर्शन में सैनिटाइजिंग चेंबर बनाया है।
बाहर से विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले लोग सैनिटाइज हो सकेंगे। इससे कोरोना के विश्वविद्यालय परिसर में फैलने से रोकने में सहयोग मिलेगा।
सैनिटाइजिंग चेंबर का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने किया। अभिजीत मौर्य ने बताया कि सैनिटाइजिंग चेंबर की कुल लागत बाजार में उपलब्ध चैंबर्स की तुलना में काफी कम है। इसे बनाने में बायो सेंसर, मिस्ड नोजल, प्लास्टिक पाइप, हाइपोक्लोराइट का तनु विलियन इस्तेमाल किया गया है। सैनिटाइजिंग चेंबर से पूरे शरीर के साथ जूते भी सैनिटाइज हो जाते हैं। इस मौके पर अभियांत्रिकी संकाय के समन्वयक प्रोफेसर आर एस गुप्ता, प्रोफेसर एएम सक्सेना, कमलेश तिवारी, वित्त अधिकारी संजीव श्रीवास्तव, डायरेक्टर डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रोफेसर सनम टंडन, प्रशांत, डॉ शशि बाला, संदीप कुमार गुप्ता, सिंह व अभिजीत मौर्य आदि उपस्थित रहे।