विद्यार्थियों ने उच्च शिक्षामंत्री का जताया आभार, परीक्षाएं रद्द करने के निर्णय का किया स्वागत
जयपुर।
कोविड-१९ महामारी के कारण विश्वविद्यालयों और कॉलेज के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की परीक्षाएं नहीं करवाकर प्रमोट किए जाने की सरकार की घोषणा के बाद स्टूडेंट्स और शिक्षकों में खुशी का माहौल है। वहीं इस निर्णय के बाद रविवार को छात्र संगठनों और शिक्षकों ने प्रमोट किए जाने के निर्णय को छात्र हित में बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी का अभार जताया। NSUI के पदाधिकारियों में संगठन के राष्ट्रीय सचिव सतवीर चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया, राजस्थान विवि छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा के साथ अन्य पदाधिकारियों ने आभार जताया। इसी तरह कई नेताओं ने उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मिलकर उनका भी आभार जताया।
गौरतलब है कि राजस्थान विश्वविद्यालय सहित अन्य यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं राज्य में पहले जून के प्रथम सप्ताह में और फिर उसे आगे बढ़ाकर 15 जुलाई से प्रस्तावित की गई थीं। कांग्रेस के अग्रिम संगठन NSUI सहित अन्य छात्र संगठन इस बारे में कई दिनों से मांग कर रहे थे। एनएसयूआई ने तो इस मांग को लेकर प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन को तेज कर दिया था। इस संबंध में राजस्थान विवि शिक्षक संघ ने भी स्टूडेंट्स की समस्याओं से सरकार को अवगत करवा कर प्रमोट करने की मांग की थीं।
लोगों ने ये कहा-
रूटा के अध्यक्ष डॉ राहुल चौधरी का कहना है किबिना परीक्षा के प्रमोट करने की घोषणा कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने स्वागत योग्य कदम उठाया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह एक ऐतिहासिक निर्णय है, जो कोरोना महामारी के समय व्यावहारिक होने के साथ-साथ उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियों से निपटने में भी लाभदायक होगा। रूटा ने पूर्व में सरकार से निवेदन किया था कि वह परीक्षा कराने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें और इस निर्णय से शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के बीच एक सकारात्मक संदेश जाएगा।