चौ. चरण सिंह विवि की परीक्षा 13 अगस्त से, छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
मेरठ।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से यह अनुरोध किया है कि वे अपने यहां के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से कराये व सितंबर के अंत तक देश के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से करानी हैं। हाल ही में यूजीसी द्वारा यह कहा गया है कि आयोग द्वारा निर्धारित समय में हर राज्यों के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों को परीक्षा कराना अनिवार्य है। वहीं कई राज्यों ने इसका विरोध कर इसे मानने से इंकार कर चुके है। इसी कड़ी में चौ. चरण सिंह विवि की परीक्षा 13 अगस्त से प्रस्तावित हैं और शासन के निर्देश पर विवि परीक्षा कराने की तैयारी में हैं, तो वहीं दूसरी ओर छात्रों के कुछ संगठन इस परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। विरोध की इसी कड़ी में सोमवार को छात्रों ने विवि के गेट के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द कर छात्रों को प्रमोट करने की मांग की।
प्रोन्नत करने की मांग, किया प्रदर्शन –
मेरठ कॉलेज के शताब्दी गेट पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने यूजीसी और शासन के परीक्षा कराने के प्रस्ताव का विरोध किया। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सभी ने बगैर परीक्षा के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की मांग की। बताते चलें कि छात्रों का कहना है कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए अंतिम वर्ष के छात्रों की भी परीक्षा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा में शारीरिक दूरी बनाए रखना आसान नहीं है। परीक्षा में कोविड का खतरा बना हुआ है। उन्होंने यूजीसी की गाइडलाइन का विरोध किया। नारेबाजी भी की। इस दौरान पुलिस ने कोविड को देखते हुए छात्रों धरना-प्रदर्शन न करने की हिदायत दी। छात्र अपनी मांगों को लेकर काफी देर तक बैठे रहे। बाद में चीफ प्राक्टर प्रो. वीरपाल सिंह को ज्ञापन दिया। वहीं इस धरना प्रदर्शन में देवेश राणा, शान मोहम्मद, प्रदीप, विजय, मोहित, हैविन खान, मेहताब, विकास आदि छात्र रहे।