पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षक नाराज़, शासन ने उनके हिस्से का पैसा आजमगढ़ विश्वविद्यालय को दिया
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के हक का पैसा अज़मगढ़ विश्वविद्यालय को दिए जाने का पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने विरोध किया है. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ की बैठक डा.अवनीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए बुधवार को हुई। इसमें शासन द्वारा विश्वविद्यालय मद का उपयोग आजमगढ़ विश्वविद्यालय के लिए दिए गए फरमान की निदा की गई। कहा कि इसका उपयोग अन्यत्र करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि समस्त कर्मचारियों व शिक्षकों के वर्षों की मेहनत व सहयोग से विश्वविद्यालय आज इस मुकाम पर पहुंचा है। उसके पैसे आजमगढ़ विश्वविद्यालय बनाए जाने का फरमान तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। महामंत्री डा.संजय कुमार तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय स्वयं बंटवारे के कारण आर्थिक संकट में है। ऐसी स्थिति में इस प्रकार के आदेश का कोई औचित्य नही है। इसका विरोध हर स्तर पर किया जाएगा।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, विश्वविद्यालय इकाई के संयोजक डा.राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को दोहरा नुकसान एक तो बंटवारा दूसरा उसके मद का दुरुपयोग बेहद निदनीय है। उपाध्यक्ष डा. रविकांत सिंह ने कहा कि इस प्रकार का आदेश वापस न होने की स्थिति में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर डा.हरिकेश बहादुर सिंह, डा.अजीत यादव, डा.जयशंकर राय, डा.चंद्र भूषण तिवारी, डा.प्रवीण सिंह, डा.तारकेश्वर, डा.शिव प्रताप, डा.रणविजय, संजीव सिंह, डा.ज्ञान प्रकाश, डा.प्रवीण तिवारी, डा.मनीष सिंह, डा.प्रेमचंद मौर्य आदि उपस्थित रहे। संचालन डा.मनोज कुमार सिंह ने किया।