यूजीसी ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से खोलने के लिए जारी की गाइडलाइंस
नई दिल्ली :
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोरोना महामारी के चलते पिछले 7 महीने से बंद विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खोलने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यूजीसी ने कहा है कि राज्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के बारे में राज्य सरकारें फैसला करेंगी। जबकि केंद्र से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुख महामारी के बीच भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू करने के लिए कैंपस खोलने को लेकर फैसला लेंगे। नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज कैंपस चरणबद्ध तरीके से खोले जा सकते हैं।
जानें गाइडलाइंस की प्रमुख बातें –
– संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए योजना तैयार रखनी चाहिए जो यात्रा प्रतिबंधों या वीजा संबंधी मुद्दों की वजह से कोर्सेज में शामिल नहीं हो सकते।
– ऐसे विद्यार्थी जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण होंगे, उन्हें कैंपस में रहने, यूनिवर्सिटी या कॉलेज हॉस्टल में रूम शेयर करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
– कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग समेत सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। आपस में छह फीट की दूरी बनाए रखनी होगी। मास्क अनिवार्य होगा।
– अगर विश्वविद्यालय और कॉलेज कन्टेनमेंट जोन से बाहर हैं तो ही उन्हें खोलने की इजाजत दी जा सकती है। कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
– विद्यार्थी और स्टाफ को भी सलाह दी जाए कि वह कन्टेनमेंट जोन में न जाएं। फैकल्टी, स्टाफ और विद्यार्थियों को आयोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
गृह मंत्रालय द्वारा COVID-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन को धीरे-धीरे खोलने की प्रक्रिया के अनुरूप विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को फिर से खोलने के लिए यूजीसी विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर रहा है। @ugc_india @PIB_India @EduMinOfIndia @DDNewsHindi @HMOIndia @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/CBtqPw5GK0
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) November 5, 2020
50 फीसदी छात्र ही अटेंड करेंगे ऑफलाइन क्लास –
– सभी रिसर्च कोर्सेज के छात्र और साइंस टेक्नोलॉजी कोर्सेज के पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों को पहले कॉलेज बुलाया जा सकता है क्योंकि इनकी संख्या अन्य कोर्सेज के छात्रों से कम होती है। इसके बाद संस्थान के प्रमुख के निर्देशानुसार अकादमिक और प्लेसमेंट के मकसद से फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को भी बुलाया जा सकता है। हालांकि किसी भी संस्थान में कुल छात्रों के 50 फीसदी से अधिक की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए।
– अगर छात्र चाहें तो कक्षाओं में भाग न लेकर घर पर ही रहकर ऑनलाइन अध्ययन कर सकते हैं।
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31 जनवरी को होगी CTET की परीक्षा, सीबीएसई ने की घोषणा
नई दिल्ली :
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता (Central Teacher Eligibility Test CTET 2020) परीक्षा की तारीख जारी कर दी है। तारीखों का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बहुत बड़ी खबर है। इसके मुताबिक CTET की परीक्षा 31 जनवरी, 2021 को आयोजित की जाएगी। इस संबंध में बोर्ड ने एक ट्वीट करके जानकारी दी है। CTET एकमात्र भर्ती परीक्षा है जो CBSE कक्षा 10, 12 की बोर्ड परीक्षा के अलावा आयोजित करती है।
शहर के अपने विकल्प को बदलने की अनुमति –
बता दें कि CTET की परीक्षा इसके पहले जुलाई, 2020 में आयोजित किया जाना था। सीबीएसई ने उम्मीदवारों को शहर के अपने विकल्प को बदलने की अनुमति दी है। परीक्षा के लिए शहर बदलने का विकल्प 7 नवंबर से खुलेगा और उम्मीदवार 16 नवंबर तक अपने विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं।