यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर विस्तृत एसओपी की जारी
नई दिल्ली।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
यूजीसी (UGC) ने विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर विस्तृत एसओपी जारी किया है। यूजीसी ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर 8 जुलाई को विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की अधिसूचना जारी की है। इसमें विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के अंतिम वर्ष और सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश बताए गए हैं।
6 जुलाई को यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर संशोधित गाइडलाइन जारी की थी। जिसमें बताया गया था कि विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 30 सितंबर तक ऑनलाइन, पेन एवं पेपर मोड या मिश्रित मोड पर आयोजित की जाएंगी। यूजीसी का कहना है कि परीक्षाओं को लेकर जारी एसओपी का निर्माण कोविड-19 के दौरान पैदा हुई स्थिति के मद्देनजर किया गया है। यूजीसी ने अंतिम सत्र की परीक्षाओं को अनिवार्य बताया है। अपने पत्र में यूजीसी ने लिखा है कि फाइनल टर्म की परीक्षाएं जरूरी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंजूर एसओपी के तहत परीक्षाएं कराईं जाएंगी।
यूजीसी ने एसओपी का पत्र 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को भेजा है। जिसमें कहा गया है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एसओपी बनाए हैं। जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंजूरी मिली है। विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों से हेल्थ स्टेट्स से जुड़ा एक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरवाना होगा। हर परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिंग उपलब्ध होंगे। हेल्थ स्टेट्स नहीं भरने और थर्मल स्क्रीनिंग नहीं कराने वाले विद्यार्थी को परीक्षा केंद्र से जाने के लिए कहा जाएगा।
परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को फोन में आरेग्य सेतू एप डाउनलोड करना होगा। परीक्षा केंद्र के फर्श, दरवाजे, दीवारें, फर्नीचर, रेलिंग, सीढ़ियां सभी को सैनिटाइज किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के आने और जाने वाली जगहों पर भीड़ नहीं होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों, परीक्षक समेत सभी लोगों का रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा ताकि उनको जरूरत पड़ने पर ट्रेस किया जा सके।
अब विस्तृत दिशा-निर्देश के आधार पर ही विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को परीक्षा की तैयारियां करनी होगी। और इसकी रिपोर्ट सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों को जल्द यूजीसी को देनी होगी।