यूजीसी ने बताया कोविड-19 महामारी के दौर में 775 विश्वविद्यालय में से 560 विश्वविद्यालयों ने आयोजित की परीक्षाएं
नई दिल्ली।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से यह अनुरोध किया है कि वे अपने यहां के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से कराये व सितंबर के अंत तक देश के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से करानी हैं। हाल ही में यूजीसी द्वारा यह कहा गया है कि आयोग द्वारा निर्धारित समय में हर राज्यों के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों को परीक्षा कराना अनिवार्य है। वहीं कई राज्यों ने यूजीसी के इन निर्देशों पर ऐतराज जताया था। आज विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कहा है कि देश के 775 विश्वविद्यालय में से 560 विश्वविद्यालयों ने कोविड-19 महामारी के दौर में या तो ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित की हैं अथवा कई विश्वविद्यालय यह परीक्षाएं आयोजित करने वाली है।
दुनियाभर के विश्वविद्यालय करा रहे है एग्जाम –
यूजीसी के सचिव द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि दुनियाभर के नामी-गिरामी विश्वविद्यालय चाहे वो अमेरिका हो या ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी या ऑस्ट्रेलिया या सिंगापुर वहां सभी ने अपने यहां ऑनलाइन या ऑफलाइन या फिर दोनों तरीकों से परीक्षाएं आयोजित की है। इसलिए छात्रों के लिए दाखिले, स्कॉलरशिप, नौकरी एवं अन्य के लिए परीक्षाओं के माध्यम से ही उनकी प्रतिभा का मूल्यांकन किया जाता है और इससे दुनिया भर में उनको स्वीकृति मिलती है ।
366 विश्वविद्यालय अगस्त या सितंबर में लेंगे परीक्षा –
इस बीच देश के 945 विश्वविद्यालयों से परीक्षा के बारे में उनकी रॉय ली गई। जिसमें 755 विश्वविद्यालयों के जवाब आये है। इनमें 120 डीम्ड विश्वविद्यालय 274 निजी विश्वविद्यालय और 40 केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा 321 राज्य विश्वविद्यालय हैं। अब तक 194 विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षाएं ले ली है और 366 विश्वविद्यालय अगस्त या सितंबर में ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा इन दोनो तरीकों से परीक्षा करने के बारे में तैयारी कर रहे हैं।