केंद्रीय मंत्री ने कोविड वारियर्स के बच्चों के लिए एमबीबीएस में 5 सीटें रिजर्व होने का किया ऐलान
नई दिल्ली :
कोरोना महामारी ने भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर को अपनी गिरफ़्त मे लिया है। ऐसी स्तिथि मे देश के कोविड वारियर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपना कर्तव्य निभाया है। देश में कोरोना वायरस महामारी से सबसे आगे की पंक्ति में रह कर लड़ रहे कोविड वारियर्स के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि सेन्ट्रल पूल एमबीबीएस / बीडीएस की 5 सीटें कोविड वारियर्स के बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगी।
पांच सीट कोविड वॉरियर के बच्चों के लिए रिजर्व –
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह ऐलान करते हुए कहा है कि मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस/बीडीएस की सीटों में पांच सीट कोविड वॉरियर के बच्चों के लिए रिजर्व रहेंगी। उन्होंने कहा कि कोविड वारियर्स वह हैं, जो जमीन पर कार्य करने वाले आशा कार्यकर्ता और अस्पतालों में कार्य करने वाले डॉक्टर या नर्स हैं। इनके बच्चों के लिए नेशनल कोटा में 5 सीटें आरक्षित की गई हैं।
#CoronaWarriors के योगदान को इतिहास कभी भुला नहीं पाएगा। इनके योगदान को नमन् करते हुए @MoHFW_INDIA ने Central Pool की 5 MBBS seats Corona Warriors के लिए आरक्षित करने का निर्णय किया है।
सरकार का यह क़दम कोरोना योद्धाओं के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शता है।@PMOIndia pic.twitter.com/UOAGNAY9od
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) November 19, 2020
ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से प्राप्त रैंक के आधार पर चयन –
इसी पर आगे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कदम के द्वारा कोविड पॉजिटिव रोगियों के उपचार और प्रबंधन में कोविड योद्धाओं द्वारा किए गए महान योगदान को प्रतिष्ठित और सम्मानित करने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री ने राज्य / केंद्र शासित प्रदेश सरकार इस श्रेणी के लिए पात्रता को प्रमाणित करने को भी कहा है। बता दें कि उम्मीदवारों का चयन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (नीट) द्वारा आयोजित NEET 2020 में एमसीसी के ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से प्राप्त रैंक के आधार पर किया जाएगा।
सेलेक्शन और एडमिशन के लिए नई केटेगरी को मंजूरी –
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सेन्ट्रल पूल एमबीबीएस / बीडीएस सीटों के तहत सत्र 2020-21 के लिए ‘वार्ड ऑफ कोविड वॉरियर्स’ के उम्मीदवारों के सेलेक्शन और एडमिशन के लिए नई केटेगरी को मंजूरी दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह उन सभी कोविड वारियर्स के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है, जिन्होंने बिना स्वार्थ के और डटकर देश की सेवा की है। उन्होंने आगे कहा कि इस जानलेवा वायरस से छोटी-छोटी सावधानियां बरत कर बचा जा सकता है। आप अच्छी क्वालिटी का फेस मास्क पहन कर, सोशल डिस्टेंसिंग रखकर और हाथों की सफाई का ध्यान रखकर अपनी रक्षा करने के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हैं। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए या इसमे आवेदन से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए उम्मीदवार वेबसाइट चेक कर सकते है।
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यूजीसी की गाइडलाइंस के बाद आज खुला पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय कैंपस
नई दिल्ली :
यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाइंस के बाद कोरोना महामारी के चलते मार्च से लॉकडाउन के बाद आज 18 नवंबर, 2020 से पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय का परिसर चरणबद्ध तरीके से कोविड-19 प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करते हुए फिर से खोला गया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 5 नवंबर को जारी ‘यूजीसी दिशानिर्देशों’ को ध्यान में रखते हुए ‘घुद्दा’ स्थित सीयूपीबी मुख्य परिसर को संकाय और छात्रों के लिए फिर से खोलने के लिए यह निर्णय लिया है।
कोविड-19 निवारक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन –
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, सीयूपीबी के संकाय कोविड-19 निवारक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए 18 नवंबर से घुद्दा स्थित सीयूपीबी मुख्य कैंपस में नियमित रूप से आएंगे। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्रों के लिए चरणबद्ध तरीके से खुलेगा।