यूजीसी के निर्देश मिलते ही स्टेटस रिपोर्ट बनाने में लगे विश्वविद्यालय
भोपाल. लॉकडाउन में विश्वविद्यालय और कॉलेज की तरफ से कोई लापरवाही न बरती जाए इसे लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने नए निर्देश जारी किए हैं. इस दौरान विश्वविद्यालय और कॉलेजों को अध्यापन कार्य में किसी प्रकार की कोई बाधा आ रही है तो उसे भी यूजीसी के साथ साझा किया जा सकता है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ज़्यादातर प्रोफेसरों ने ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को अध्यापन कार्य कराना शुरू कर दिया है. इसकी रिपोर्ट तैयार करने में भी विश्वविद्यालय जुट गए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस काम में कुछ प्रोफ़ेसर्स को तकनीकी समस्याएं आ रही थीं, जिसके लिए दोनों विश्वविद्यालय के तकनीकी विशेषज्ञ प्रोफेसरों को प्रशिक्षण देने का कार्य कर रहे हैं.
फिलहाल केन्द्र सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू किया है. यह बढ़ेगा या नहीं, इस पर अभी कुछ तय नहीं है, लेकिन यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को साफ आदेश दे दिए हैं कि वह ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दें, ताकि विद्यार्थियों को नुकसान न हो और उनका अगला शैक्षणिक सत्र प्रभावित न हो. इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने अपने शिक्षकों को निर्देश जारी कर दिए कि इस पर तेजी से अमल किया जाए. कुछ शिक्षकों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दी तो कुछ के पास संसाधन कम थे, जबकि कुछ के पास ऑनलाइन पढ़ाने की जानकारी कम थी. इसी को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालयों की ओर से शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है. धीरे-धीरे शिक्षक सीख भी रहे हैं. जैसे ही प्रशिक्षण पूरा होगा तो बाकी शिक्षक भी ऑनलाइन पढ़ाने का काम शुरू करेंगे. उसके बाद इसकी रिपोर्ट यूजीसी को जाएगी। इसके अलावा डिग्री कॉलेजों में भी ऑनलाइन पढ़ाई का काम चल रहा है, लेकिन गति वहां भी नहीं पकड़ रही है. कभी नेटवर्क की समस्याएं हैं तो कुछ छात्रों के पास ऑनलाइन अध्यापन के साधन ही नहीं है. इस मामले में आरजीपीवी के कुलपति प्रो सुनील कुमार का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई पर विश्वविद्यालय बहुत पहले से ही फोकस करता आ रहा था. लेकिन लॉकडाउन के बाद अब और तेजी से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराने पर ध्यान दिया जा रहा है. इसी तरह बीयू के रजिस्ट्रार बी भारती का कहना है कि अधूरा रह गया सिलेबस ऑनलाइन माध्यम से पूरा कराने के लिए कहा गया है. लॉकडाउन हटने के बाद परीक्षाएं भी आयोजित कराई जानी हैं इस वजह से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई पर और ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है.
साभार- नई दुनिया