क्या नीट और जेईई का भी सिलेबस होगा कम, सीबीएसई के बाद उठ रहे सवाल
नई दिल्ली।
कोरोना वायरस महामारी के कारण शैक्षणिक सत्र शुरू होने में हो रही देरी के कारण केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के सिलेबस को कम करने का फैसला लिया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अपने नवीन शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 9वीं से lekar 12वीं तक के सिलेबस को कम कर दिया है।सीबीएसई के इस फैसले के बाद अब मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Main) को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
बताते चलें कि नीट और जेईई मेन में पूछे जाने वाले ज्यादातर सवाल 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस से ही पूछे जाते हैं। ऐसे में जब देश का सबसे बड़ा स्कूल एजुकेशन बोर्ड अपने सिलेबस को 30 फीसदी तक कम कर रहा है, तो जाहिर है इसका असर नीट व जेईई मेन पर भी पड़ेगा। जिसे लेकर सवाल उठने लगे है।
सोशल मीडिया पर उठ रही है सिलेबस कम करने की मांग –
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सिलेबस कम करने के बाद अब स्टूडेंट्स, पैरेंट्स, टीचर्स व कोचिंग संस्थानों को ये उम्मीद है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) भी नीट और जेईई मेन के सिलेबस को लेकर जल्द ही अहम फैसला ले सकता है। यहां तक कि सोशल मीडिया पर ये मांग भी उठनी शुरू हो गई है। नीट व जेईई के लिए मांग हो रही है। मंगलवार रात से ही ट्विटर समेत विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नीट और जेईई मेन का सिलेबस कम करने की मांग की जा रही है। कुछ स्टूडेंट्स ये सवाल भी कर रहे हैं कि सरकार ने जेईई मेन और नीट का जिक्र क्यों नहीं किया। अब विद्यार्थियों का कहना है कि मंत्रालय जल्द इस पर अपनी स्पष्टीकरण दे ताकि नीट व जेईई की तैयारी सही ढंग से की जा सके।