योग दिवस : आत्महत्या जैसे विकारों से बचाता है योग, बच सकती थी सुशांत की जान
मेरठ : सोमवार से आरजीपीजी कॉलेज के योग विभाग द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में छह दिवसीय ऑनलाइन योग शिविर आरंभ किया। शिविर की शुरुआत प्राचार्य डॉ अर्चना शर्मा वह कोऑर्डिनेटर नीना बत्रा द्वारा की गई। प्रथम सत्र योग द्वारा आत्म स्वीकृति विषय पर आधारित था।
डॉ प्रीति बंसल द्वारा योग के आसनों का अभ्यास कराया। प्रीति बंसल ने बताया अभिनेता सुशांत राजपूत की आत्महत्या को देखते हुए आज के युवा वर्ग को आत्म स्वीकृति की अति आवश्यकता है। युवाओं को जैसे भी है वैसे ही खुद को स्वीकार करते हुए चुनौतियों का सामना करना चाहिए और इसके लिए नियमित योग बहुत ही मददगार होता है। पर्वतासन शशांक आसन, ध्यान व भुजंगासन आदि ऐसे बहुत से आसन है जो हमारी शक्ति को बढ़ाते हैं आज के युवा वर्ग को अपनी क्षमताओं वह कमजोरी को स्वीकार करके बिना तनाव के इसे अपनी शक्ति के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए योग से बेहतर कोई उपाय नहीं है योग हमें हमारी आंतरिक शक्तियों से परिचित कराता है शिविर में कॉलेज की छात्राओं शिक्षिकाओं के साथ अन्य लोगों ने भी भाग लिया। योगा विभाग की शिक्षिका डॉक्टर पल्लवी रस्तोगी शिखा शर्मा वह शिवानी शर्मा का विशेष योगदान रहा।