एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थानों के पीजी छात्रों का ऑनलाइन वाइवा अगस्त-सितम्बर में होने के आसार
लखनऊ।
यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से यह अनुरोध किया है कि वे अपने यहां के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से कराये व सितंबर के अंत तक देश के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अनिवार्य रूप से करानी हैं। वहीं एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थानों के एम.टेक, एम.फार्मा और एम.आर्क रेगुलर व कैरीओवर छात्रों के थिसिस का मूल्यांकन और वाइवा ऑनलाइन अगस्त एवं सितम्बर महीने में आयोजित कराया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार की ओर से संस्थानों को निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देशों के अनुसार परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को सूची अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ विश्वविद्यालय को ईमेल व कॉलेज लॉग इन के माध्यम से भेजना होगा। परीक्षा के लिए केवल वहीं परास्नातक छात्र पात्र होंगे, जिनके प्रथम तीन सेमेस्टर में कोई बैकलॉग नहीं है। जानकारी के अनुसार संस्थानों को 30 जुलाई तक छात्रों का ब्योरा विश्वविद्यालय को भेजना होगा। ताकि समय पर परीक्षाओं की व्यवस्था की जा सके।
बताते चलें कि प्रो. राजीव कुमार ने बताया कि सत्र 2018-19 में प्रवेशित छात्र जो इस समय द्वितीय वर्ष में हैं और अपना परीक्षा फार्म भर चुके हैं, उनको कोई फीस जमा नहीं करना होगी। साथ ही उन्होंने बताया कि जो छात्र पूर्व में हुए थिसिस मूल्यांकन में अनुपस्थित थे, उनको 2500 रुपये बतौर फीस जमा करने होंगे।
ऑनलाइन भेजे थीसिस –
परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को थीसिस के साथ एक इंटरनेशनल जर्नल या दो इंटरनेशनल कांफ्रेंस में प्रस्तुत किया गया रिसर्च पत्र जमा करना अनिवार्य होगा। छात्रों को अपनी थिसिस वर्ड या पीडीएफ में भेजनी होगी। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि ईमेल के विषय में छात्रों को अपना रोल नम्बर और कॉलेज कोड लिखना होगा। छात्रों को ज्यादा जानकारी के लिए वेबसाइट पर सम्पर्क करें।